ताजा पोस्ट

राजस्थान में फिर शुरू हुआ आरक्षण आंदोलन

ByNI Desk,
Share
राजस्थान में फिर शुरू हुआ आरक्षण आंदोलन
जयपुर। अलग अलग जातियों के आरक्षण आंदोलन को लेकर चर्चा में रहे राजस्थान में आरक्षण का एक और आंदोलन छिड़ गया है। इस बार माली, सैनी, कुशवाहा और मौर्य समाज के लोगों ने 12 फीसदी आरक्षण की मांग करते हुए आंदोलन छेड़ा है। रविवार को इनकी महापंचायत हुई और उसके बाद हजारों की संख्या में लोग प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतरे। इनके आंदोलन को देखते हुए भरतपुर के चार कस्बों में सोमवार को इंटरनेट बंद कर दिया गया। प्रशासन की ओर से बताया गया कि अफवाह फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट बंद किया गया है। भरतपुर संभागीय आयुक्त सांवरमल वर्मा ने सोमवार सुबह 11 बजे से 24 घंटे के लिए चार कस्बों में इंटरनेट बंद कर दिया। बहरहाल, माली, कुशवाहा, सैनी और मौर्य समाज का दावा है कि राज्य में उनकी आबादी 15 फीसदी है और इसलिए उन्हें अलग से 12 फीसदी आरक्षण दिया जाए। इन जातियों के सैकड़ों लोग हाथों में लाठियां लेकर सड़क पर उतरे और भरतपुर में आगरा-जयपुर हाईवे को जाम कर दिया। रविवार से ही इस हाईवे पर जाम लगा हुआ है। इसे देखते हुए कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने प्रदर्शनकारियों से अपील करते हुए कहा कि वे हाईवे पर से जाम समाप्त करें और सरकार के साथ बातचीत शुरू करें। सरकार ने कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह और संभागीय आयुक्त को आंदोलनकारियों के प्रतिनिधियों से बातचीत करने के लिए अधिकृत कर दिया है। अपनी मांग को लेकर आरक्षण संघर्ष समिति के संरक्षक लक्ष्मण सिंह कुशवाहा ने कहा- समाज के लोग संविधान के तहत आरक्षण की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि संविधान में इसकी व्यवस्था की गई है। जो जातियां अति पिछड़ी हुईं हैं, उन्हें राज्य सरकार अपने स्तर पर आरक्षण दे सकती है। इसका केंद्र से कोई मतलब है। कुशवाहा ने कहा- काची समाज अति पिछड़े में आता है। काची समाज की जनसंख्या 12 प्रतिशत है, इसलिए हम जनसंख्या के आधार पर आरक्षण मांग रहे हैं। इसको लेकर मुख्यमंत्री से मिल चुके हैं। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि इस पर विचार किया जाएगा, लेकिन आज तक कोई विचार नहीं किया। जिसके बाद मजबूर होकर समाज के लोगों ने चक्का जाम किया है।  
Published

और पढ़ें