मानसून शुरु होने के बाद से ही सभी पहाड़ी इलाकों में आफत की बारिश हो रही है। खबरों में लगातार सुनने को मिल रहा है कि कहीं लैंडस्लाइड तो कहीं बादल का फटना। उत्तराखंड में खराब मौसम के कारण सभी पर्यटकों को बड़ी ही परेशानी हो रही है। इसलिए मौसम विभाग भी आने वाले सभी पर्यटकों को सुरक्षित और सतर्क रहने की चेतावनी दे रहा है। दूसरी तरफ उत्तराखंड से लगातार खबर आ रही है कि पर्यटकों की भारी भीड़ के कारण हंगामा मच चुका है। क्योंकि आने वाले सभी पर्यटक बिना कोरोना गाइडलाइन के घूम रहे थे। इस प्रकार की तस्वीरें कैंपटी फॉल से सामने आई थी। इस बीच अब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड आने वालों के लिए राहत का ऐलान किया है। ( RTPCR report not required in Uttarakhand ) राज्य सरकार ने नई गाइडलाइन में यह व्यवस्था कर दी है कि अब 72 घंटे के भीतर वाली निगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट साथ में लाने की ज़रूरत नहीं होगी।
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इस कारण लिया यह फैसला
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने साफ तौर पर कहा है कि उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के कई मामलेंं है। हरिद्वार बायपास रोड पर एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में शुक्रवार को धामी ने कहा कि पिछले कुछ समय से यह देखने को मिला है कि राज्य में संंक्रमण दर बहुत कम है। राज्य में कई जिलें तो ऐसे है जहां पर पॉज़िटिव केस सामने नहीं आ रहा है। धामी के अनुसार इन हालात में राज्य सरकार ने व्यवस्था की है कि अब उत्तराखंड में प्रवेश के लिए निगेटिव रिपोर्ट या फिर 15 दिन पहले के वैक्सीन के दोनों डोज़ के प्रमाण पत्र की अनिवार्यता को खत्म किया जाए। ( RTPCR report not required in Uttarakhand )
बॉर्डर पर होती है परेशानी ( RTPCR report not required in Uttarakhand )
सीएम धामी ने इस बाध्यता को खत्म करने का ऐलान करते हुए इसे अव्यावहारिक बताया। उन्होंने कहा कि इस तरह की चेकिंग की व्यवस्था के कारण बॉर्डर और चेक पॉइंटों पर ट्रैफिक रुक या फंस जाता है। जिससे लोगों को भारी परेशानी होती है। धामी ने बताया कि आला अफसरों को इन नियमों को खत्म करने के लिए कहा जा चुका है और जल्द ही कोविड कर्फ्यू की नई गाइडलान में यह व्यवस्था की जा रही है। ( RTPCR report not required in Uttarakhand ) साथ ही ब्लैक फंगस का खतरा बढ़ता जा रहा है। सभी देशों में कोरोना के मामलें फिर से बढ़ने लगी है। भारत में भी कुछ राज्यों में कोरोना में तेजी आने लगी है।