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Salute to spirit of doctors : कोरोना काल में डॉक्टर्स बने भगवान, 24 घंटे में ब्लैक फंगस के किए 19 ऑपरेशन, सोशल मीडिया पर जमकर हो रही तारीफ

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Salute to spirit of doctors : कोरोना काल में डॉक्टर्स बने भगवान, 24 घंटे में ब्लैक फंगस के किए 19 ऑपरेशन, सोशल मीडिया पर जमकर हो रही तारीफ
कोरोना काल में डॉक्टर्स भगवान बनकर सामने आए है। अपने जान की परवाह किए बगैर डॉक्टर्स मरीजों की जान बचाने में लगे है। कोरोना के साथ-साथ ब्लैक फंगस भी अपने पैर तेजी से फैला रहा है। ब्लैक फंगस ने सरकार के साथ-साथ आम आदमी और डॉक्टर्स की चिंता और मुश्किले बढ़ा दी है। कोरोना काल में फ्रंटलाइन वर्कस माने जाने वाले डॉक्टर्स ने बिना रूके और बिना थके अपने कर्तव्यों का पालन किया है और अभी भी रूके नहीं है। ब्लैक फंगस का ईलाज कर रहे ईएनटी विभाग के चिकित्सकों की जिम्मेदारी बढ़ा दी है। ईएनटी विशेषज्ञ भी बिना रूके और बिना थके ब्लैक फंगस महामारी से पीड़ित मरीजों का जी-जान से इलाज करने में जुटे हैं। कोरोना से ठीक हो रहे मरीजों को ब्लैक फंगस अपनी चपेट में ले रहा है। ज्यादातक मरीज डायबिटीड़ के मिल रहे है जो लंबे समय से स्टेरॉयड का सेवन करते आए है। महामारी के इस दौर में चिकित्सकीय पेशे को पूरी शिद्दत के साथ निभाने वाले चिकित्सकों के कई किस्से रोजना सामने आ रहे हैं।  चिकित्सक दिन-रात एक करके मरीजों को महामारी से उबरने में जुटे हैं। ऐसा ही एक किस्सा राजधानी जयपुर में भी सामने आया है। राजधानी जयपुर में स्थित प्रदेश के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल के ईएनटी विभाग के सीनियर प्रोफेसर डॉ. मानप्रकाश शर्मा और प्रोफेसर डॉ. पवन सिंघल की टीम ने अनूठा उदाहरण पेश किया है। राजस्थान में ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया गया है। राजस्थान सरकार ने ब्लैक फंगस को चिंरजीवी योजना में भी शामिल कर रखा है। इसे भी पढ़ें 18+ की वैक्सीन शुरु हुए अभी तीन सप्ताह हुए है लेकिन कोविन पर्टल पर दूसरे डोज़ का स्लॉट शो हो रहा है?? ये कैसे संभव है..

24 घंटे में 19 ऑपरेशन और 22 एंडोस्कोपी

डॉ. सिंह और डॉक्‍टर सिंघल की टीम ने हाल ही में ब्लैक फंगस महामारी से पीड़ित मरीजों को बचाने के लिये बिना रुके लगातार 24 घंटे से ज्यादा समय तक ऑपरेशन किया। डॉक्टर्स की इस टीम ने 24 घंटे में 19 ऑपरेशन और 22 एंडोस्कोपी की है। चिकित्सा पेशे में इस तरह का जुझारूपन दिखाने पर सोशल मीडिया में इस टीम की जमकर सराहना की जा रही है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में ब्लैक फंगस के अब तक करीब 700 से अधिक केस सामने आ चुके हैं। अकेले SMS अस्पताल में ही 80 से अधिक मरीजों का इलाज चल रहा है। खास बात यह है कि एसएमएस अस्पताल की ईएनटी डॉक्टर्स की टीम लगातार मरीजों के ऑपरेशन में जुटी हुई है।

जांचों और इलाज के लिए सरकार ने तय की दरें

प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर चुकी है। प्रदेश में इसके इलाज के लिये तेजी से संसाधन जुटाए जा रहे हैं। कोरोना की तर्ज की इस बीमारी से जुड़ी जांच और इलाज के लिए भी सरकार ने दरें तय कर दी हैं। वहीं, इसके इलाज के लिए प्रदेश में अधिकृत अस्पतालों की संख्या भी 20 से बढ़ाकर 25 दी गई है।

लक्षण देखते ही इलाज लेना आवश्यक

डॉ. मोहनीश ग्रोवर का कहना है कि ब्लैक फंगस के मरीज देरी से अस्पताल पहुंच रहे हैं। ऐसे में उनके इलाज में भी काफी देरी हो रही है। बकौल डॉ. ग्रोवर, ब्लैक फंगस के मामलों में देरी से इलाज खतरनाक हो सकता है, ऐसे में लक्षण दिखते ही इलाज लेना आवश्यक है।
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