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शर्मनाक : मरने के बाद भी आम को नहीं मिल रहे हैं राम !

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शर्मनाक : मरने के बाद भी आम को नहीं मिल रहे हैं राम !
Praygraj :Second Wave Of Corona :  भारतीय जनता पार्टी का राम के नाम से कैसा संबंध है यह किसी को भी बताने की आवश्यकता नहीं है. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के दौरान उत्तर प्रदेश में जो कुछ भी हुआ है वह अपने आप में मानवता को शर्मसार करने वाला है. कुछ दिनों पहले ही उत्तर प्रदेश और बिहार प्रशासन आपस में नदियों में तैरते शवों के लिए उलझता हुआ दिखाई दिया था. नदी के पानी में तैरते हुए शवों पर तो किसी तरह से सरकार पानी फेरने में कामयाब हो गई लेकिन प्रयागराज की रेत में दफन किए गए शव एक बार फिर चर्चा में आ गए. जानकारी के अनुसार प्रयागराज में गंगा किनारे दफनाए गए शवों के ऊपर से पड़ी राम के नाम की चादर और उनके आसपास लगाई गई लकड़ियों को निगम कर्मी हटा रहे हैं. इस संबंध में निगम कर्मियों का कहना है कि तेज हवाओं के कारण शव एक बार फिर ऊपर आ गए हैं. इसलिए जो शव खुल गए थे उन पर फिर से रेत डालने का काम किया जा रहा है.

कांग्रेस ने भी साधा निशाना

Second Wave Of Corona :  इस पूरे प्रकरण पर कांग्रेस शुरू से ही भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साध रही है. इस मामले में एक बार फिर से प्रियंका गांधी ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए कहा कि जीते जी तो इलाज नहीं मिला कम से कम सम्मान के साथ अंतिम संस्कार तो मिल जाता. प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि इन शवों को ना तो सरकारी आंकड़ों में जगह मिली और कब्र के नाम पर वेदों से ढकने के बाद भी अब आम लोगों के शव से राम का नाम छीना जा रहा है. उन्होंने कहा कि छवि चमकाने के चक्कर में योगी सरकार पाप करने से भी पीछे नहीं हट रही है. प्रियंका गांधी ने कहा कि यह कोई सफाई अभियान तो है नहीं यह तो मृतकों के साथ ही धर्म और मानवता का भी अनादर है. इसे भी पढ़ें- महाराष्ट्र : कोरोना से उबरने के बाद महाराष्ट्र में 1 जून से शुरु होगी अनलॉक की प्रक्रिया, ये होगी शुरुआती छूट

तस्वीरें वायरल होने पर घिरी थी योगी सरकार

Second Wave Of Corona :  प्रयागराज में रेत में दफन शवों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद भाजपा और योगी सरकार पर कई तरह के सवाल उठे थे. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर लोग भाजपा और योगी सरकार पर अपनी भड़ास पर निकाल रहे थे. प्रयागराज नदी के तट के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया था कि कई जानवर खासकर कुत्ते उन शवों को रेटों से निकालकर नोच कर खा रहे हैं. इन सभी सवालों के घेरे में गिरने के बाद योगी सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए निगम कर्मियों को आदेश दिया था कि आसपास के इलाकों में लगातार पेट्रोलिंग हो और यह सुनिश्चित किया जाए कि दफन किए गए शव रेत के बाहर ना आएं. उस समय उत्तर प्रदेश की सरकार ने कहा था कि यह ऐसे लोगों के शव है जिनके परिवार वालों ने ही अंतिम संस्कार के लिए इंकार कर दिया था और सरकार को इस बात की जानकारी नहीं मिल पाई थी. इसे भी पढ़ें- Breaking News: 1 जुलाई से होगी 12वीं के परीक्षा, ये होगा प्रारूप
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