इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ देश के नए प्रधानमंत्री बने हैं। सोमवार को दिन में नेशनल असेंबली में उनको निर्विरोध प्रधानमंत्री चुना गया। इससे पहले शनिवार की आधी रात को इमरान खान की सरकार अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग में हार गई थी। प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद अपने पहले भाषण में शहबाज शरीफ ने चीन को अपने देश का दोस्त बताते हुए समर्थन के लिए उसका आभार जताया। भारत को लेकर उन्होंने कहा कि वे भारत से अच्छे संबंध चाहते हैं लेकिन कश्मीर समस्या के हल के बगैर यह संभव नहीं है।
बहरहाल, सोमवार को संसद में वोटिंग से पहले इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ के तमाम सांसदों और डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद इमरान की पार्टी की तरफ से प्रधानमंत्री पद के दावेदार शाह महमूद कुरैशी ने भी नाम वापस ले लिया। कुरैशी के नाम वापस लेने के बाद शहबाज शरीफ निर्विरोध प्रधानमंत्री चुने गए। प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद संसद में दिए पहले भाषण में शहबाज ने चीन को वफादार दोस्त बताया।
शहबाज ने एक बार फिर कश्मीर मुद्दा उठाया और इसे ठंडे बस्ते में डालने के लिए इमरान खान पर तंज किया। इससे पहले रविवार को शहबाज शरीफ ने भारत विरोधी रुख दिखाते हुए कहा था कि कश्मीर मसला हल हुए बिना भारत के साथ संबंध सुधार की बातचीत संभव नहीं है। हालांकि उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच फिर से वार्ता शुरू होने की संभावना जताई जा रही है, जो इमरान खान के कार्यकाल में बंद हो गई थी।
सोमवार को नेशनल असेंबली में वोटिंग से पहले डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने वह कथित अमेरिकी लेटर संसद में लहराया जो 27 मार्च को इमरान की इस्लामाबाद रैली के बाद चर्चा में है। उन्होंने कहा- विदेशी साजिश के चलते इमरान खान की सरकार गिराई गई। कासिम सूरी ने ही विपक्ष की ओर से लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को तीन अप्रैल को खारिज किया था। इस पर बाद में सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाई और संसद बहाल करके वोटिंग कराने का आदेश दिया।
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अविश्वास प्रस्ताव पर वोट हारने के बाद से ही कहा जा रहा था कि इमरान की पार्टी के सारे सांसद इस्तीफा दे देंगे। सोमवार को वहीं हुआ। प्रधानमंत्री पद के लिए वोटिंग से पहले पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के सभी सांसद नेशनल असेंबली से उठकर चले गए। डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया और कुर्सी छोड़ दी। इसके बाद शहबाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग के वरिष्ठ सांसद अयास सादिक स्पीकर की कुर्सी पर बैठे और नया प्रधानमंत्री चुनने की कार्यवाही शुरू हुई और शहबाज शरीफ को निर्विरोध पीएम चुन लिया गया। इस बीच पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने कहा है कि चुनाव कराने के लिए उसे कम से कम सात महीने चाहिए। आयोग ने कहा है- अभी तैयारियां शुरू करेंगे, लेकिन इसके फौरन बाद बारिश शुरू हो जाएगी। इसलिए नवंबर-दिसंबर के पहले चुनाव कराना संभव नहीं है।
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