
मुंबई। महाराष्ट्र का सत्ता संघर्ष अब हिंसक होने लगा है। शिव सैनिक शुक्रवार को सड़कों पर उतरे और पार्टी के बागी विधायकों के कार्यालयों पर हमला किया। इससे ठीक पहले शिव सेना के सांसद संजय राउत ने कहा था कि अब बातचीत का वक्त खत्म हो गया और हम बागियों को बताएंगे कि शिव सेना क्या चीज है। इसके बाद ही कुर्ला, अहमदनगर और साकीनाका में बागी विधायकों के कार्यालयों पर हमला हुआ। उधर बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनके पास विधायकों का बहुमत है और उनको डराने की कोशिश न की जाए।
इससे पहले शुक्रवार को कुर्ला में शिव सेना के बागी विधायक मंगेश कुंडालकर के कार्यालय पर कुछ लोगों ने हमला किया है। उन्होंने मेन गेट पर तोड़फोड़ की है और विधायक के पोस्टर, नेम प्लेट आदि तोड़ दिए। अहमदनगर में बागी विधायकों के नेता एकनाथ शिंदे की तस्वीर पर कालिख पोती गई है। वहां मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के समर्थकों ने शिंदे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की साथ ही उन्हें गद्दार बताया।
उधर साकीनाका इलाके में भी बागी विधायक दिलीप लांडे के पोस्टर फाड़े गए। गौरतलब है कि लांडे एक दिन पहले गुरुवार को ही गुवाहाटी पहुंचे थे और शिंदे को अपना समर्थन दिया था। इस बीच बागी विधायकों के समर्थकों ने आरोप लगाया कि तोड़-फोड़ करने वाले उद्धव ठाकरे के लोग हैं। विधायकों के दफ्तरों में तोड़-फोड़ की घटना के बाद महाराष्ट्र पुलिस ने पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी किया है।
इससे पहले संजय राउत ने कहा था- बातचीत का वक्त खत्म हो गया है। अब हम बागियों को बताएंगे कि शिवसेना क्या है? अब हम हार नहीं मानेंगे। उहोंने विधानसभा में शक्ति परीक्षण का दावा करते हुए कहा- फ्लोर टेस्ट होने के बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। मुंबई आकर लड़ाई करें, फिर परिणाम दिखेगा। गौरतलब है कि शिव सेना के करीब 40 विधायक बागी हो गए हैं और एकनाथ शिंदे को अपना नेता मान कर उनके साथ गुवाहाटी चले गए हैं। शिंदे ने एक दिन पहले इशारों में यह भी बता दिया कि उनके पीछे भाजपा का हाथ है।
बहरहाल, शुक्रवार को विधायकों के कार्यालयों पर हमले के बाद शिंदे ने कहा- उद्धव सरकार अल्पमत में है। हमारे विधायकों को डराने की कोशिश की जा रही है। हमें कोई डरा नहीं सकता है। हमारे पास शिव सेना के 39 और निर्दलीय 14 विधायक हैं।