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सोनिया ने विपक्ष से की साथ आने की अपील

ByNI Desk,
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सोनिया ने विपक्ष से की साथ आने की अपील
Sonia gandhi opposition leaders नई दिल्ली। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्ष के सभी नेताओं से साथ आने की अपील की है। उन्होंने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए एकजुट होने की अपील की है। सोनिया ने विपक्षी नेताओं के साथ एक वर्चुअल बैठक में कहा है कि सबकी कुछ न कुछ मजबूरियां हैं, लेकिन इन मजबूरियों को छोड़ कर सबको साथ आना चाहिए। सोनिया की बुलाई इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल हुईं। इस बैठक में 18 विपक्षी पार्टियां शामिल हुईं। शुक्रवार को हुई वर्चुअल बैठक में कांग्रेस की ओर से सोनिया गांधी के अलावा पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और राहुल गांधी भी शामिल हुए। इनके अलावा चार राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल हुए। एनसीपी प्रमुख शरद पवार, नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला और सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने भी इस बैठक में हिस्सा लिया। congress सोनिया गांधी ने इस बैठक में विपक्षी नेताओं से 2024 के लोकसभा चुनाव में एकजुट होने की अपील की। उन्होंने कहा- आखिर में हमारा लक्ष्य 2024 का लोकसभा चुनाव ही है। हमें ऐसी सरकार के लिए योजना बनाकर काम करना होगा जो आजादी के आंदोलन के मूल्यों में विश्वास करती हो। सोनिया ने कहा कि पेगासस जासूसी मुद्दे पर चर्चा करने में सरकार ने इच्छा नहीं दिखाई। इसके कारण संसद का मॉनसून सत्र पूरी तरह से जाया हो गया। उन्होंने कहा- संसद में विपक्ष की एकता का भरोसा है, लेकिन इसके बाहर बड़ी राजनीतिक लड़ाई लड़नी होगी। Read also 12 साल से ऊपर के बच्चों के लिए Corona Vaccine को मंजूरी, लगेगी तीन डोज वाली दुनिया की पहली वैक्सीन बैठक में शामिल सभी मुख्यमंत्रियों ने माना कि इस समय विपक्ष को एकजुट होना होगा। विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने यह भी कहा कि गैर भाजपा पार्टियों की राज्य सरकारों को परेशान किया जा रहा है। इससे बचने के लिए सबको साथ आना होगा और केंद्र सरकार का सामना करना होगा। कांग्रेस अध्यक्ष ने सभी पार्टियों से कहा कि 2024 के चुनाव के लिए व्यवस्थित रूप से योजना बनानी होगी और सभी मजबूरियों, बाध्यताओं से ऊपर उठना होगा। उन्होंने तमाम मतभेदों को भुला कर साथ काम करने की जरूरत बताई। सोनिया गांधी की बुलाई इस मीटिंग में तृणमूल कांग्रेस, शिव सेना, झारखंड मुक्ति मोर्चा, सीपीआई, सीपीएम, नेशनल कांफ्रेंस, राष्ट्रीय जनता दल, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी, लोकतांत्रिक जनता दल, जनता दल सेकुलर, राष्ट्रीय लोक दल, केरल कांग्रेस (एम), डीएमके, एआईयूडीएफ, वीसीके, आरएसपी और आईयूएमएल के नेता शामिल हुए। गौरतलब है कि हाल में खत्म हुए संसद सत्र के दौरान विपक्षी पार्टियों ने खूब एकता दिखाई थी। माना जा रहा है कि इस बैठक के जरिए सोनिया ने संसद से बाहर की एकजुटता दिखाने का प्रयास किया है। बहरहाल, कांग्रेस ने मीटिंग के लिए आम आदमी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी को न्योता नहीं भेजा था, जबकि बुलावे के बावजूद समाजवादी पार्टी से कोई नेता मीटिंग से नहीं जुड़ा।
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