शिलांग। मेघालय सरकार ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ से उत्पन्न स्वास्थ्य संकट के मद्देनजर कानून को अपने हाथ में लेने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी जारी की है।
मुख्यमंत्री काॅनराड संगमा ने कहा, इस तरह की स्थिति में, हम बहुत मजबूत हैं और हम किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दे सकते क्योंकि यह लोगों और समाज के हित में है ।
संगमा का यह बयान उस समय आया जब आशा कायकर्ताओं ने अपने लंबित बकाया नहीं मिलने पर सेवा पर नहीं जाने की धमकी दी थी। इसके अलावा कई समूहों ने भी दवाब बनाया है। इनमें पारंपरिक संस्थानों के प्रमुख और कोयले की खानों में काम करने वाले खनिक और डीलर एसोसिएशन शामिल हैं। उन्होंने सरकार को पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले में सीमेंट संयंत्रों को कोयले की आपूर्ति के लिए असम से कोयला आयात करने के अपने आदेश को रद्द करने में विफल रहने पर पूर्णबंदी में प्रदर्शन करने की धमकी दी है।
मुख्यमंत्री ने आशा कार्यकताओं के लंबित बकाया का जिक्र करते हुए कहा, हमने यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी ओर से सब कुछ पहले ही कर लिया है। हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि इन विपरीत परिस्थितियों में सभी को उनके लाभों के साथ वेतन मिले।
उन्हाेंने कहा कि सरकार ने इस वित्त वर्ष में पहले ही सभी लंबित बकायों को देने का निर्णय लिया है, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इस आगे नहीं बढ़ा सकती है। उन्होंने कहा कि हम सुनिश्चित करेंगे कि आने वाले महीनों में आशा कार्यकर्ताओं को मासिक भुगतान किया जाए।