नई दिल्ली। नागरिक विमानन महानिदेशालय, डीजीसीए ने विमानन कंपनियों को सख्त निर्देश दिए हैं। न्यूयॉर्क और पेरिस से आ रही दो उड़ानों में दो पुरुष यात्रियों द्वारा की गई बदसलूकी के बाद डीजीसीए ने यह निर्देश जारी किया है। गौरतलब है कि न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही एयरइंडिया की एक उड़ान में एक यात्री ने एक बुजुर्ग महिला यात्री के ऊपर पेशाब कर दिया था और एयरइंडिया ने इसकी कोई शिकायत नहीं दर्ज कराई थी। हालांकि बाद में महिला ने टाटा समूह के चेयरमैन को चिट्ठी लिखी तब जाकर शिकायत दर्ज हुई।
इस घटना के बाद डीजीसीए ने विमानन कंपनियों को अनियंत्रित यात्रियों से निपटने सहित अन्य घटनाओं को रोकने के निर्देश जारी किए हैं। डीजीसीए ने कहा है कि विमानन कंपनियों की ओर से अप्रिय घटनाओं को लेकर के कार्रवाई न करने, समुचित कार्रवाई न करने या चूक के चलते हवाई यात्रा की छवि धूमिल हुई है। इसमें कहा गया है कि पायलट इन कमांड इस बात के आकलन के लिए जिम्मेदार है कि क्या केबिन क्रू किसी स्थिति को नियंत्रित कर सकता है और इसके अनुसार आगे की कार्रवाई के लिए एयरलाइन के सेंट्रल कंट्रोल को सूचना भेज सकता है।
गौरतलब है कि डीजीसीए ने टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया से पिछले महीने एक बुजुर्ग महिला के ऊपर एक पुरुष यात्री के पेशाब करने की घटना पर रिपोर्ट मांगी है। विमानन कंपनी ने इस घटना की जानकारी विमानन नियामक को नहीं दी थी। इस बीच एयर इंडिया के विमान में महिला पर पेशाब करने वाले व्यक्ति को उसकी कंपनी, वेल्स फार्गो ने नौकरी से निकाल दिया है। पेशाब करने वाले यात्री का नाम शेखर मिश्रा है और वह अमेरिकी कंपनी वेल्स फार्गो में नौकरी करता था।
उसे बिना किसी कार्रवाई के ही विमान से जाने दिया गया था। मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी शंकर मिश्रा लापता है और उसके लिए लुकआउट नोटिस और एयरपोर्ट अलर्ट जारी किया गया है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। इस बीच उसकी कंपनी वेल्स फार्गो ने कहा- वेल्स फार्गो कर्मचारियों को पेशेवर और व्यक्तिगत व्यवहार के उच्चतम मानकों पर रखता है और हमें ये आरोप बहुत परेशान करने वाले लगते हैं. इस व्यक्ति को वेल्स फार्गो से बरखास्त कर दिया गया है।