नई दिल्ली। भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच शिखर सम्मेलन 27 जनवरी को होगा, जिसकी मेजबानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। इस शिखर बैठक का आयोजन डिजिटल माध्यम से होगा और प्रधानमंत्री मोदी डिजिटल माध्यम से ही इस पहले शिखर बैठक की मेजबानी करेंगे। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को इसकी घोषणा की। गौरतलब है कि इस साल 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परेड में कोई विदेशी मेहमान मुख्य अतिथि के रूप में शामिल नहीं हो रहे हैं। गणतंत्र दिवस के अगले दिन शिखर बैठक का आयोजन होगा। Summit Central Asian countries
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, इस शिखर बैठक में कजाखस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति भाग लेंगे। बयान में कहा गया है कि भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच शीर्ष नेताओं के स्तर पर इस तरह का यह पहला संवाद होगा। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पहली भारत-मध्य एशिया शिखर बैठक मध्य एशियाई देशों के साथ भारत के बढ़ते संपर्क को दिखाती है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में मध्य एशियाई देशों का पहला ऐतिहासिक दौरा किया था। इसके बाद दोपक्षीय और बहुपक्षीय मंचों पर संवाद होता रहा है। विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक- पिछले साल 18-21 दिसंबर को विदेश मंत्रियों के स्तर पर भारत-मध्य एशिया संवाद का आयोजन नई दिल्ली में हुआ था, जिससे भारत और मध्य एशियाई देशों के बीच संबंधों को गति मिली। इससे पहले, 10 नवंबर, 2021 को नई दिल्ली में अफगानिस्तान के संदर्भ में क्षेत्रीय सुरक्षा संवाद का आयोजन हुआ था, जिसमें मध्य एशियाई देशों की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषदों के सचिवों ने भाग लिया।
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