भारत में पहला टीकाकरण 16 जनवरी को दिल्ली एम्स में लगाया गया था। उसके बाद 1 मई से 18 से 44 वर्ष के लोगों के लिए टीकाकरण की शुरुआत की गई थी। भारत में कोरोना वैक्सीनेशन चरम पर है और बड़ी संख्या में हो रहा है। भारत ने जुलाई के अंत तक 50 करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा है। लेकिन लगता है अब यह पूरा नहीं हो पाएगा। वो भी स्वदेशी कंपनी भारत बायोटेक की वजह से। क्योंकि देश की एकमात्र स्वदेशी वैक्सीन निर्माता कंपनी भारत बायोटेक टीके के उत्पादन को बढ़ाने के लिए लगातार संघर्ष करती दिख रही है। सोमवार को सरकार द्वारा जारी डाटा के विश्लेषण में यह बात सामने आई है। कोरोना महामारी के खिलाफ भारत ने दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन अभियान शुरु किया है। अब तक लगभग 43 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन की खुराक दी जा चुकी है। जो चीन के अलावा सभी देशों से ऊपर है। ( target due to Bharat Biotech ) लेकिन आबादी के लिहाज से देखा जाए तो यह कई देशों के मुकाबले कम है।
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भारत का जुलाई के अंत तक 50 करोड़ से अधिक टीकाकरण का लक्ष्य था लेकिन भारत बायोटेक के कारण रहेगा अधूरा
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