कारोबार

अभी टाटा की नहीं हुई एयर इंडिया!

ByNI Desk,
Share
अभी टाटा की नहीं हुई एयर इंडिया!
नई दिल्ली। एयर इंडिया को खरीदने के लिए टाटा ने सबसे बड़ी बोली लगाई है लेकिन अभी उसे आधिकारिक रूप से इस सरकारी विमानन कंपनी का मालिकाना हक नहीं मिला है। जानकार सूत्रों के मुताबिक टाटा संस ने एयर इंडिया को खरीदने के लिए सबसे बड़ी बोली लगाई है और उसकी बोली दूसरी कंपनी के मुकाबले तीन हजार करोड़ रुपए ज्यादा है। लेकिन इसकी बिक्री के लिए बने मंत्री समूह ने अभी इस बारे में फैसला नहीं किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस मंत्री समूह के अध्यक्ष हैं। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी इस मंत्री समूह में शामिल हैं। Tata Sons Air India जानकार सूत्रों के मुताबिक टाटा संस और स्पाइसजेट के प्रवर्तक अजय सिंह की वित्तीय बोलियों को कुछ दिन पहले खोला गया और बुधवार को कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में विनिवेश के मसले पर बने सचिवों के समूह ने इसकी जांच की। उन्होंने बताया कि आरक्षित मूल्य के मुकाबले बोलियों का मूल्यांकन किया गया और पाया गया कि टाटा की बोली सबसे ऊंची है। उन्होंने कहा कि अब इसे एयर इंडिया के निजीकरण के लिए गठित अमित शाह के नेतृत्व वाले मंत्रियों के समूह के सामने रखा जाएगा। हालांकि इससे पहले ही शुक्रवार को पूरे दिन यह खबर मीडिया में छाई रही कि एयर इंडिया की घर वापसी हो गई यानी यह फिर से टाटा संस को मिल गई। Read also अरुणाचल में अफस्पा का दायरा बढ़ा इन खबरों के बीच निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने एक ट्विट में कहा कि सरकार ने अभी तक एयर इंडिया के लिए वित्तीय बोलियों को मंजूरी नहीं दी है। उन्होंने ट्विट किया- एयर इंडिया विनिवेश मामले में भारत सरकार द्वारा वित्तीय बोलियों को मंजूरी देने वाली मीडिया रिपोर्ट गलत हैं। मीडिया को सरकार के फैसले के बारे में बताया जाएगा। अगर टाटा संस की बोली स्वीकार कर ली जाती है, तो एक बार फिर एयर इंडिया टाटा संस के पास पहुंच जाएगी। टाटा समूह के जहांगीर रतनजी दादाभाई यानी जेआरडी टाटा ने 1932 में इस एयरलाइन की स्थापना की थी। उस समय इसे टाटा एयरलाइंस कहा जाता था। इससे पहले सरकार ने एअर इंडिया में पूरी सौ फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए टेंडर निकाला था। टेंडर डालने की आखिरी तारीख यानी 15 सितंबर को टाटा संस ने बोली लगाई थी। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक टाटा संस की बोली सबसे बड़ी है। इस रिपोर्ट के मुताबिक टाटा संस की बोली स्पाइस जेट के मुकाबले तीन हजार करोड़ रुपए ज्यादा है। हालांकि आधिकारिक तौर पर इस बारे में कुछ नहीं कहा गया है।
Published

और पढ़ें