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सीतापुर में जहरीली गैस रिसाव मामले में टेक्लिकल टीमें खाली हाथ

ByNaya India,
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सीतापुर में जहरीली गैस रिसाव मामले में टेक्लिकल टीमें खाली हाथ
सीतापुर। उत्तर प्रदेश में सीतापुर के बिसवां क्षेत्र में जलालपुर गांव में जहरीले कैमिकल के प्रभाव से हुयी सात मौतों के कारणों जांच करने आयी टीमें कड़ी मशक्कत के बाद भी खाली हाथ है। आधिकारिक सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि जहरीली गैस से हुई मौतों के मामले गंभीर योगी सरकार ने इसके कारणों की जांच के आदेश दिये है। कौन सा कैमिकल था जिसके हवा के सम्पर्क में आने पर इतना जहरीला हो गया। इन सवालों का जवाब ढूढने आयी टेक्निकल टीम, एनडीआरएफ, फार्नेसिक साइंस लेबोट्री लखनऊ की टीमें कड़ी मशक्कत के बाद भी फिलहाल खाली हाथ है। फिजाओं में जहर घोलने वालों की तलाश जारी है। भारी मात्रा में जहरीले कैमिकल को बहाने वालों को बेनकाब करने के लिये पुलिस कड़ी मशक्कत कर रही है।
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वारदात के बाद पड़ताल करने पहुँची टेक्निकल टीमें फिलहाल खाली हाथ है। सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने कैमिकल व्यवसाई सुकेश गुप्ता सोनू और चैकीदार सिराजुद्दीन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जलालपुर गांव में वर्षो से कैमिकल व्यवसाई सुकेश गुप्ता अपनी व्यापारिक गतिविधियों का संचालन कर रहा था। दि बाला जी आर्गेनिक कैमिकल फैक्ट्री का पंजीकरण भी था। लम्बे समय से वह प्राप्त लाइसेन्स के आधार पर ही कैमिकल का व्यवसाय कर रहा था, या फिर जहरीले कारोबार से जुड़ चुका था। इस सब सवालों के जवाब वारदात के 36 घण्टे बाद भी बिसवां तहसील प्रशासन के पास नही है। जिलाधिकारी अखिलेश तिवारी एवं पुलिस अधीक्षक एलआर कुमार के निर्देश पर शारदा सहायक नहर के निकट स्थित सुकेश गुप्ता के दि बाला जी आर्गेनिक कैमिकल गोदाम को सीज कर दिया है। दरी फैक्ट्री एवं आस-पास के लोंगो को जहरीली गैस रिसाव बचाने उद्देश्य से उपजिलाधिकारी सुरेश कुमार फैक्ट्री परिसर, कैमिकल गोदाम के नाले एवं आस-पास के क्षेत्र जहां तक कैमिकल फैला हुआ था,  उस सभी जगह को जेसीबी मशीन द्वारा बराबर कराने का कार्य सुबह से लेकर देर शाम तक युद्ध स्तर पर किया। स्थानीय प्रशासन का यह प्रयास है कि गैस रिसाव से अब कोई भी दुर्घटना का शिकार नहीं होने पाये।
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