Second wave: देश में कोरोना की दूसरी लहर से हाहाकार मचा हुआ है. लेकिन इसी बीच महाराष्ट्र से सुखद खबर आई है. विशेषज्ञों का कहना है कि महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में जून तक कोरोना वायरस संक्रमण की गति में कमी आ सकती है. इसके साथ ही स्थितियां सामान्य होने की ओर अग्रसर हो सकती हैं. हालांकि इसके पीछे एक शर्त भी बतायी गयी है कि कोई नया वैरीअंट जानकारी में ना आ जाए. बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च के वैज्ञानिकों ने एक टीम बनाकर इस वर्ष एक रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट में य् दावे किया गये हैं. बता दें कि इसी टीम ने मुंबई में कोरोना की दूसरी लहर की भविष्यवाणी भी पहले ही कर दी गई थी. इसलिए जानकार इस रिपोर्ट को सही मान रहे हैं. हालांकि मई के पहले सप्ताह में कोई भी से मरने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा होने की भी बात कही गई है.
जुलाई के पहले नहीं खुल सकेंगे स्कूल
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच आए इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जून से स्थितियां सामान्य होनी शुरू हो जाएंगी. इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि स्थितियों के सामान्य होने में अभी समय भी लगेगा. माना जा रहा है कि जुलाई के बाद ही स्कूलों को फिर से खोला जा सकेगा. कहा जा रहा है कि फरवरी के आसपास अर्थव्यवस्था में कुछ सुधार मार्केट के खुलने पर हुआ था.बाद में यही कोरोना संक्रमण के फैलने की वजह बना है. (Second wave) इसे भी पढें- UP की जेलों में बंद कैदी पैरोल पर होंगे रिहा, Corona की दूसरी लहर के मद्देनजर योगी सरकार ने लिया फैसला2.5 गुना अधिक संख्या में नया वेरिएंट
टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च के वैज्ञानिकों ने कहा कि कोरोना का नया स्ट्रेन पहले वाले वेरिएंट की तुलना में कहीं ज्यादा संक्रामक है. रिपोर्ट में जो बात सामने आई है उसके अनुसार नया वेरिएंट 2.5% तक ज्यादा संक्रामक है यही कारण है कि इस बात कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही इसके साथ ही मौतों का भी आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है.(Second wave) इसे भी पढें- CORONA CRISIS: सुप्रीम कोर्ट की केंद्र और राज्य सरकारों को सलाह, देश को फिर झेलनी पड़ सकती है लॉकडाउन की मार
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