इटावा। उत्तर प्रदेश के इटावा में जिला पंचायत चुनाव के ऐलान से पहले ही समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच जंग छिड़ गयी है।
दरअसल,तीन दिन पहले सपा के जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव कई प्रधानों को लेकर जिलाधिकारी के समक्ष पेश हुए थे जहां पर उन्होंने प्रधानों के माध्यम से इस बात को रखा कि महेवा के ब्लाक प्रमुख अशोक चौबे दलित और कमजोर तबके से जुड़े हुए प्रधानों का ना केवल उत्पीड़न कर रहे हैं बल्कि उनको डरा धमका करके उनसे वसूली भी करने में जुटे हुए हैं ।
अभिषेक यादव ने महिमा के ब्लाक प्रमुख अशोक चौबे पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वह कमजोर और दलित जाति से ताल्लुक रखने वाले प्रधानों को डरा धमका करके उनसे वसूली करने में लगे हुए हैं। जो वसूली में हिस्सेदार नहीं बन रहा है उसका अपहरण किया जा रहा है लेकिन सत्तारूढ़ दल से ताल्लुक रखने के चलते पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
जिला पंचायत अध्यक्ष के आरोपों के बाद महेवा के ब्लाक प्रमुख भी मुखर हो चले हैं। उन्होंने आज इटावा मुख्यालय पर सिंचाई विभाग के सर्किट हाउस में भाजपा नेताओं के साथ एक संवाददाता सम्मेलन कर जिला पंचायत अध्यक्ष पर कई गंभीर आरोप लगाये और उन्हे अदालत के कठघरे में खींचने की धमकी दी है। चौबे ने स्पष्ट किया है कि अगर वह दोषी है तो उनके खिलाफ पुलिस कानूनी और दंडात्मक कार्रवाई अमल में लाएं वह हर कार्रवाई के लिए तैयार है लेकिन अगर उनके ऊपर जिला पंचायत अध्यक्ष की ओर से झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाए गए हैं तो वह उनको मानहानि के मामले में अदालत में ले जायेंगे ।