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सदन में आज की घटना दुखद: जोशी

ByNI Desk,
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सदन में आज की घटना दुखद: जोशी
जयपुर। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष डा सी पी जोशी ने सदन में कागज दिखाने और उसे फाड़ने की घटना को दुखद बताते हुए कहा है कि यह सदन की गरिमा के खिलाफ है। डा जोशी ने प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद इस घटना पर नाराजगी जताई और कहा कि सदस्यों के वेल में आना, कागज बताना, सदन की गरिमा के खिलाफ है। डा जोशी ने कहा कि पक्ष एवं विपक्ष दोनों को मिलकर सदन की गरिमा बनाये रखे। डा जोशी ने सभी सदस्यों से अनुरोध किया कि इस तरह की घटना भविष्य में सदन में नहीं हो, सभी को नियम की पालना करनी चाहिए। डा जोशी ने कहा कि आज की घटना दुखद है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि अगर विपक्ष की किसी पर असहमति भी है तो उसका सम्मान करना सत्ता पक्ष की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार चाहेगी कि विपक्ष की भावना का वेलकम करे। लेकिन किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सदन की गरिमा का ध्यान रखा जायेगा। इससे पहले स्वायत्त शासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने कहा कि कागज को फाड़कर फैंकना गलत हैं। अध्यक्ष डा जोशी ने कहा मैं न सत्तापक्ष को प्रताड़ित कर रहा हूं, न ही विपक्ष को, मैं खुद प्रताड़ित हो रहा हूं। विपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि इस तरह सदन में कागज दिखाना गलत है।
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कटारिया ने अध्यक्ष से किसान से संबंधित प्रश्न उठाने की अनुमति देने का अनुरोध भी किया। इस पर डा जोशी ने कहा कि प्रश्न के नियम बने हुए है और प्रश्न नियमानुसार ही होंगे। गंभीर विषयों पर सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए चैम्बर में बैठक में चर्चा की जा सकती है। प्रश्नकाल में विधायक मदन दिलावर के कोटा जेके लोन अस्पताल में मौत के संबंध में पूछे गये प्रश्न का चिकित्सा मंत्री डा रघु शर्मा के जवाब देते हुए पिछले पांच साल में हुई मौतों का जिक्र करते ही भाजपा के सदस्य खड़े हो गये और जोर जोर से बोलने लगे। इस दौरान सत्ता पक्ष से एक सदस्य उठकर एक कागज दिखाते हुए विपक्ष की तरफ आये और भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी को थमा दिया, जिसका विपक्षी सदस्यों ने विरोध किया। बाद में इस कागज को देवनानी ने फाड़कर फेंक दिया। इस दौरान धारीवाल सहित सत्तापक्ष के कई सदस्यों ने कागज लहराकर विपक्षी सदस्यों को दिखाये। विपक्ष के सदस्यों के वेल में आकर नारेबाजी करने से सदन में करीब दस मिनट तक शोरुगुल होता रहा।
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