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बिप्लब की जगह साहा होंगे सीएम

ByNI Desk,
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बिप्लब की जगह साहा होंगे सीएम
अगरतला। भारतीय जनता पार्टी ने एक और चुनावी राज्य का मुख्यमंत्री बदल दिया है। अगले साल मार्च में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने त्रिपुरा में मुख्यमंत्री बदल दिया है। राज्य के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने शनिवार को इस्तीफा दे दिया। उनकी जगह माणिक साहा नए मुख्यमंत्री होंगे। बिप्लब देब के इस्तीफे के बाद भाजपा विधायक दल की बैठक में साहा को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। गौरतलब है कि साहा को दो महीने पहले ही राज्यसभा में भेजा गया था। शनिवार को चौंकाने वाले घटनाक्रम में मुख्यमंत्री ने इस्तीफा दिया। उनके मंत्रिमंडल में शामिल मंत्रियों को भी इसका अंदाजा नहीं था। उनके इस्तीफे के बाद आनन-फान में विधायक दल की बैठक बुलाई गई, जिसमें केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और पार्टी के वरिष्ठ नेता विनोद तावड़े पर्यवेक्षक के रूप में शामिल हुए। हालांकि बैठक में कई विधायकों ने माणिक साह को नेता चुने जाने का विरोध किया। पर्यवेक्षकों के सामने ही विधायकों ने हंगामा किया माणिक साहा का विरोध किया। बिप्लब देब ने विधायक दल के नए नेता माणिक साहा को बधाई दी। शनिवार की शाम को साढ़े चार बजे के करीब इस्तीफा देने के बाद बिप्लब ने कहा- 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी करनी है। उन्होंने यह भी कहा कि इस बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत भी हो चुकी है। बताया जा रहा है कि माणिक साहा अब राज्यसभा सीट से इस्तीफा देंगे और उस सीट से बिप्लब देव को उच्च सदन में  भेजा जाएगा। उनको त्रिपुरा का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की भी चर्चा है। माणिक साहा अभी प्रदेश अध्यक्ष हैं। गौरतलब है कि बिप्लब देब ने एक दिन पहले ही गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। बताया जा रहा है कि मुलाकात में अमित शाह ने यह साफ कर दिया था कि पार्टी चुनाव में नए चेहरे के साथ उतरना चाहती है। जानकार सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री की रेस में उप मुख्यमंत्री जिश्नु देव वर्मा का नाम भी चर्चा में था। पार्टी के एक विधायक और बिल्पब सरकार में मंत्री रहे रामप्रसाद पॉल ने जिश्नु देव वर्मा के समर्थन में हंगामा किया और बैठक में कुर्सियां तोड़ीं। बहरहाल, त्रिपुरा में अगले साल मार्च में विधानसभा का चुनाव होने वाला है। उससे पहले भाजपा ने उत्तराखंड, गुजरात की तर्ज पर त्रिपुरा के मुख्यमंत्री क इस्तीफा कराया है। इस्तीफे के तुरंत बाद मीडिया के सामने आए बिप्लब ने कहा- पार्टी सर्वोपरि है और मैं एक निष्ठावान कार्यकर्ता हूं। हाईकमान ने मुझ पर भरोसा जताया था और अब इस्तीफा देने के लिए कहा है इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया। इस बारे में मैंने पीएम मोदी और अमित शाह से बात कर ली है। उन्होंने कहा कि अभी चुनाव में देरी है। अब मैं पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करूंगा।
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