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एच3एन2 वायरस से दो मौत

नई दिल्ली। भारत में एच3एन2 वायरस का खतरा बढ़ रहा है। इसे आमतौर पर मौसमी इन्फ्लूएंजा माना जा रहा है लेकिन भारत में इससे दो लोगों की मौत होने की आधिकारिक रूप से पुष्टि हुई है। एक मौत कर्नाटक में हुई है और दूसरी हरियाणा में। केंद्र सरकार ने कहा है कि वह इस पूरे मामले पर नजर रखे हुए है। उसने लोगों से नहीं घबराने की अपील की है। इस बीच कोरोना के केसेज भी बढ़ने लगे हैं और देश में एक्टिव केसेज की संख्या तीन हजार हो गई है।

बहरहाल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मौसमी इन्फ्लूएंजा की स्थिति पर एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम, आईडीएसपी नेटवर्क के जरिए कड़ी नजर रखे हुए है। शुक्रवार को एक आधिकारिक बयान में बताया गया कि मार्च महीने के अंत तक इन केसों में गिरावट आने की उम्‍मीद है। मंत्रालय की ओर से यह भी कहा गया है कि वह मौसमी इन्फ्लूएंजा के एच3एन2 सबटाइप के कारण होने वाली बीमारी और मृत्यु दर पर भी नजर रखे हुए है।

मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है- मौसमी इन्फ्लूएंजा के लिहाज से बच्‍चे और उम्रदराज लोग सबसे कमजोर समूह हैं। अब तक कर्नाटक और हरियाणा में मौसमी इन्फ्लूएंजा से एक-एक मौत की पुष्टि हुई है। देश में कोविड की तरह फैल रहे इस वायरस से पहली बार मौतों की खबर सामने आई है। इस वायरस के अब तक 90 केस सामने आए हैं। इस मामले में भी कोरोना की तरह दूसर बीमारी से ग्रसित लोगों को इस वायरस से खतरा है।

बहरहाल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को देश में एच3एन2 वायरस के बढ़ते मामलों की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई। इस दौरान उन्होंने राज्यों को अलर्ट रहने और स्थिति की बारीकी से निगरानी करने के लिए एडवाइजरी जारी की। मांडविया ने बताया कि सरकार स्थिति से निपटने के लिए राज्यों के साथ काम कर रही है। शनिवार को इस वायरस को लेकर नीति आयोग बैठक करेगा।

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