मुंबई। शिव सेना से अलग हुए एकनाथ शिंदे गुट को असली शिव सेना की मान्यता देने के चुनाव आयोग के फैसले के एक दिन बाद शनिवार को महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग पर बड़ा हमला किया। उन्होंने साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा और दावा किया कि उनकी पार्टी का नाम और चुनाव चिन्ह चुरा लिया गया है। उद्धव ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को बाला साहेब का चेहरा चाहिए, उनका चुनाव चिन्ह चाहिए लेकिन उनका परिवार नहीं चाहिए।
चुनाव आयोग पर हमला बोलते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा- चुनाव आयोग, पीएम मोदी का गुलाम है। उसने कुछ ऐसा किया है जो पहले कभी नहीं हुआ। उद्धव ने कहा- पीएम को लगता है वो शिव सेना को खत्म कर देंगे। शिव सेना कभी खत्म नहीं होगी। चुनाव आयोग पीएम का गुलाम है। आयोग ने वो किया है जो पहले कभी नहीं हुआ। उन्हें बाला साहेब ठाकरे का चेहरा चाहिए, उन्हें चुनाव चिन्ह चाहिए, लेकिन शिव सेना का परिवार नहीं।
उद्धव ने कहा- पीएम मोदी को महाराष्ट्र आने के लिए बाला साहेब ठाकरे के मास्क की जरूरत है, लेकिन राज्य के लोग जानते हैं कौन सा चेहरा असली है और कौन नहीं। मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि अगर वे मर्द हैं तो चोरी का धनुष-बाण लेकर भी हमारे सामने आओ, हम मशाल लेकर चुनाव लड़ेंगे। यह हमारी परीक्षा है, लड़ाई शुरू हो गई है। उद्धव ठाकरे ने अपने समर्थकों से धैर्य रखने और जल्दी ही होने वाली बीएमसी चुनाव की तैयारी करने का आग्रह किया। असल में शिव सेना पर चुनाव आयोग के फैसले के एक दिन बाद शनिवार को बड़ी संख्या में समर्थक उनके आवास ‘मातोश्री’ के बाहर जमा हुए थे।
ठाकरे परिवार के घर मातोश्री के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं ने शक्ति प्रदर्शन किया। उद्धव ठाकरे अपनी कार का सनरूफ खोलकर बाहर खड़े हो गए। इस तरीके से लोगों को संबोधित करके उन्होंने अपने पिता बाल ठाकरे की परंपरा निभाई। बाल ठाकरे पार्टी के शुरुआती दिनों में अपनी कार की छत से अनुयायियों को संबोधित करते थे। उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर निशाना साधते हुए कहा- पार्टी का चुनाव चिन्ह चोरी हो गया है और चोर को सबक सिखाने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि जो एक बार चोर है वह हमेशा चोर ही रहेगा। उन्होंने समर्थकों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले तक इंतजार करने को कहा।