लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बाहुबली और पूर्व सांसद अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से उत्तर प्रदेश लाया जा रहा है, जहां एक मुकदमे का फैसला सुनाया जाना है। भारी ड्रामे के बाद अतीक को जेल से निकाला गया और एसटीएफ के 30 जवानों की सुरक्षा में बख्तरबंद गाड़ी में उसे साबरमती से प्रयागराज ले जाया जा रहा है। पहले अतीक ने फर्जी मुठभेड़ में मार डालने की आशंका जता कर जेल से निकलने से इनकार कर दिया था। लेकिन बाद में यूपी पुलिस रविवार को उसे वहां से लेकर निकली।
असल में उमेश पाल अपहरण केस में 28 मार्च को प्रयागराज की स्पेशल एमपी एमएलए कोर्ट का फैसला आने वाला है। फैसला सुनाने के लिए अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को प्रयागराज ले जाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स के जवान उसे लेकर गुजरात से निकले हैं। बताया जा रहा है कि राजस्थान के रास्ते अतीक को लाया जा रहा है। रविवार की देर शाम उसे लेकर पुलिस टीम राजस्थान की सीमा में पहुंच गई थी। कुल 40 घंटे के सफर के बाद सोमवार की शाम तक उसके प्रयागराज पहुंचने की खबर है।
जानकार सूत्रों के मुताबिक अतीक अहमद को साबरमती जेल से प्रयागराज लाने के लिए एसटीएफ ने दो दिन तक गोपनीय रणनीति बनाई। यह भी बताया जा रहा है कि पुलिस ने रास्ते में 18 जगह चिन्हित किए हैं, जहां यात्रा के दौरान गाड़ी रोकी जाएगी। इससे पहले अतीक अहमद की तरफ से उसके वकील ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दी थी, जिसमें कहा गया था कि जब पूरी सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई है तो फैसला भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ही सुनाया जाए।
दूसरी ओर बरेली जेल से अतीक के भाई अशरफ को भी प्रयागराज ले जाया जाएगा। प्रोडक्शन वारंट के जरिए अतीक और अशरफ को प्रयागराज ले जाया जा रहा है। गौरतलब है कि बसपा विधायक राजू पाल मर्डर केस के गवाह उमेश पाल का अपहरण साल 2006 में हुआ था। गवाही नहीं देने के लिए उमेश पाल से जबरन हलफनामा ले लिया गया था। उमेश पाल ने साल 2007 में अपने अपहरण के मामले में पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के खिलाफ केस दर्ज कराया था। पिछले दिनों अतीक अहमद की हत्या हो गई थी।