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पीएम ने सिकंदराबाद-विशाखापत्तनम वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के जरिए सिकंदराबाद (Secunderabad) को विशाखापत्तनम (Visakhapatnam) से जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन (Vande Bharat Express Train) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और कहा कि यह तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की साझा विरासत को जोड़ेगी। यह ट्रेन भारतीय रेलवे द्वारा शुरू की जाने वाली आठवीं वंदे भारत एक्सप्रेस (8th Vande Bharat Express) होगी और लगभग 700 किमी की दूरी तय करते हुए दो तेलुगू भाषी राज्यों तेलंगाना और आंध्र प्रदेश को जोड़ने वाली पहली ट्रेन होगी। आंध्र प्रदेश में विशाखापत्तनम, राजमुंदरी और विजयवाड़ा स्टेशनों पर और तेलंगाना में खम्मम, वारंगल और सिकंदराबाद स्टेशनों पर इसका ठहराव होगा। 

तेलंगाना से ट्रेन की शुरूआत राजनीतिक महत्व भी रखती है क्योंकि इस साल के अंत में राज्य में विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) होने हैं और भाजपा सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति के राजनीतिक विकल्प के रूप में उभरने की कोशिश कर रही है, जो 2014 से वहां सत्ता में है, जब आंध्र प्रदेश से अलग होकर राज्य अस्तित्व में आया। मोदी ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाते हुए कहा, वंदे भारत एक्सप्रेस यह दर्शाती है कि भारत हर चीज में सर्वश्रेष्ठ चाहता है। यह न्यू इंडिया की क्षमता और संकल्प का प्रतीक है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा, पिछले सात से आठ वर्षों में किए गए कार्य आने वाले सात से आठ वर्षों में भारतीय रेलवे को बदल देंगे। 

उन्होंने बताया कि 2014 से आठ साल पहले तेलंगाना में रेलवे के लिए 250 करोड़ रुपये से कम का बजट था, लेकिन आज यह बढ़कर 3000 करोड़ रुपए हो गया है। मोदी ने कहा कि मेडक जैसे तेलंगाना के कई इलाके अब पहली बार रेल सेवा से जुड़े हैं। उन्होंने यह भी कहा कि 2014 से पहले पिछले वर्षों में तेलंगाना में 125 किलोमीटर से कम नई रेल लाइनें बनाई गईं, जबकि पिछले वर्षों में तेलंगाना में लगभग 325 किलोमीटर नई रेल लाइनें बनाई गईं। मोदी ने कहा कि वंदे भारत एक छोर से आंध्र प्रदेश से भी जुड़ा है और बताया कि आंध्र प्रदेश में भी रेल नेटवर्क (Rail Network) को मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार (Central Government) लगातार काम कर रही है। आंध्र प्रदेश में अगले साल लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के तुरंत बाद विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) होने हैं। भाजपा (BJP) दोनों तेलुगू भाषी राज्यों में अपनी पैठ जमाने की इच्छुक है, जहां उसकी नगण्य उपस्थिति है। (आईएएनएस)

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