अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा के पहले चरण की 89 सीटों पर महज 60 फीसदी मतदान हुआ है। शाम पांच बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक कुल 59.24 फीसदी मतदान हुआ है, जो पिछली बार के चुनाव यानी 2017 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले आठ फीसदी कम मतदान हुआ है। तापी में सबसे ज्यादा 72 फीसदी के करीब वोट पड़े। पिछली बार से मतदान कम होना इस वजह से भी हैरान करने वाला है क्योंकि गुजरात में इस चुनाव में पहली बार ऐसा हुआ कि भाजपा और कांग्रेस के साथ एक तीसरी पार्टी आम आदमी पार्टी ने बराबर की ताकत लगा कर चुनाव लड़ा। इसलिए उस बार मतदान प्रतिशत ज्यादा होने की उम्मीद की जा रही थी।
बहरहाल, राज्य के 19 जिलों की 89 सीटों पर शाम पांच बजे मतदान पूरा हो गया। मतदान का समय समाप्त होने तक जो लोग मतदान केंद्रों पर पहुंच गए थे वे वोटिंग कर पाएंगे। इसलिए मतदान के अंतिम आंकड़ों में बढ़ोतरी हो सकती है। पहले चरण की 89 सीटों पर कुल 788 उम्मीदवार मैदान में थे। इनमें कई दिग्गज उम्मीदवार थे। भाजपा के हर्ष सांघवी, पुरुषोत्तम सोलंकी के साथ साथ आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री पद के दावेदार इसुदान गढ़वी व प्रदेश संयोजक गोपाल इटालिया और भारतीय ट्राइबल पार्टी के छोटू भाई बसावा की किस्मत ईवीएम में बंद हो गई है।
शाम पांच बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक सौराष्ट्र व कच्छ में सिर्फ 42 फीसदी मतदान हुआ। वहीं, दक्षिण गुजरात में 56 फीसदी मतदान होने की खबर है। इस दक्षिण गुजरात के मुकाबले सौराष्ट्र में 14 फीसदी कम वोटिंग हुई है। यहां के 12 जिलों में सिर्फ मोरबी में ही 53.75 मतदान हुआ। ध्यान रहे मोरबी में ही 30 अक्टूबर को एक पुल टूट कर गिर गया था, जिसमें 140 लोगों की मौत हो गई थी। मोरबी के अलावा बाकी जिलों में शाम पांच बजे तक 50 फीसदी से कम वोटिंग हुई है। पाटीदार बहुलता वाले क्षेत्रों में भी कम मतदान हुआ है।
पिछले चुनाव यानी 2017 के विधानसभा चुनाव में इन सीटों पर कुल 67.23 फीसदी वोट पड़े थे। यानी इस बार के चुनाव से आठ फीसदी ज्यादा। पिछले चुनाव में जिन सीटों पर 70 फीसदी से ज्यादा मतदान हुआ था, उनमें से ज्यादातर सीटें कांग्रेस के खाते में गई थी। गौरतलब है कि पिछले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 48 सीटें मिली थीं और कांग्रेस व उसकी सहयोगी पार्टियों- बीटीपी व एनसीपी को 41 सीटें मिली थीं। राज्य की 182 सदस्यों की विधानसभा में बची हुई 93 सीटों पर पांच दिसंबर को मतदान होगा और आठ दिसंबर को नतीजे आएंगे।
पहले चरण में राज्य के 19 जिलों में आने वाली 89 सीटों पर 788 उम्मीदवार मैदान में थे और करीब दो करोड़ मतदाताओं ने उनकी किस्मत का फैसला किया। खबर है कि भरूच जिले की झघड़िया विधानसभा में आने वाले केसर गांव के लोगों ने बुनियादी सुविधाओं के अभाव में चुनाव का बहिष्कार किया। नेताओं व अधिकारियों के लाख समझाने के बावजूद एक भी वोट नहीं पड़ा। उधर नवसारी जिले के वासंदा में कांग्रेस और भाजपा के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई, जिसमें वासंदा के भाजपा उम्मीदवार पीयूष पटेल घायल हो गए।
गुजरात में मतदान प्रतिशत गिरा!
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