
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष यानी 2021-22 के लिए विकास दर का अनुमान जाहिर किया है। सरकार की ओर से जारी अनुमानों के मुताबिक 2021-22 में भारत का सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी बढ़ने की दर 9.2 फीसदी रह सकती है। पिछले वित्त वर्ष में विकास दर माइनस में रही थी। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को अनुमानित आंकड़े जारी किए। सरकार की ओर से जारी अनुमानित आंकड़े भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई की ओर से जारी विकास दर के आंकड़ों से कम है।
भारतीय रिजर्व बैंक ने दिसंबर 2021 में हुई मौद्रिक नीति की समीक्षा बैठक में 9.5 फीसदी की विकास दर का अनुमान लगाया था। गौरतलब है कि सरकार टैक्स कलेक्शन और राजकोषीय घाटे के अनुमानों जैसे महत्वपूर्ण आंकड़ों की गणना के लिए बजट से पहले जीडीपी अनुमान जारी करती है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय, एनएसओ की ओर से जारी किए आंकड़ों के मुताबिक, ग्रॉस वैल्यू ऐडेड यानी जीवीए के इस वित्त वर्ष में में 8.6 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान है। पिछले वित्त वर्ष में इसकी दर भी निगेटिव थी।
चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारत की जीडीपी 20.1 फीसदी और दूसरी तिमाही में 8.4 फीसदी की दर से बढ़ी। केंद्र सरकार के अनुमानों के मुताबिक वित्त वर्ष 2021-22 में कृषि क्षेत्र के 3.9 फीसदी की दर से बढ़ने की संभावना है। पिछले वित्त वर्ष में यह 3.6 फीसदी की दर से बढ़ा था। वहीं विनिर्माण सेक्टर के 12.5 फीसदी की दर से बढ़ने का अनुमान जताया गया है। पिछले वित्त वर्ष में इसकी भी दर निगेटिव रही थी।