दुनिया भर में लोग तम्बाकू का सेवन करते है। इसके नुकसान पता होते हुए भी बड़ी आराम से इसका सेवन किया जाता है। आपको बता दें कि तम्बाकू का हमारे जीवन पर बहुत ही बुरा प्रभाव पड़ता है। तम्बाकू की वास्तविकता लोगों को सोचने पर मजबूर कर देती है। बड़े-बुजुर्गों के अलावा आज की युवा पीढ़ी भी इसका बेफिक्र होकर सेवन कर रही है। तम्बाकी के नशे में अपना पूरा जीवन बर्बाद कर देते है। कई रिपोर्टों के मुताबिक तम्बाकू उत्पादों का सेवन करने वाले आधे से ज्यादा लोगों की इसी वजह से मौत हो जाती है। तम्बाकू उत्पादों का लगातार सेवन करने वालों को इसकी लत लग जाती है। इसके बाद उनके लिए इसे छोड़ पाना काफी मुश्किल हो जाता है। इससे स्वास्थ्य को बहुत नुकसान होता है। कैंसर, किडनी, फेफड़ों में खराबी इस प्रकार की कई समस्या हो जाती है। तंबाकू के नशे में लोग अपनी पुरी जिंदगी तबाह कर देते है। लोगों को तंबाकू का सेवन करने से रोकने और तंबाकू की वजह से स्वास्थ को होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से, विश्व भर में हर वर्ष 31 मई को विश्व तंबाकू निषेध दिवस यानी वर्ल्ड नो टोबैको डे मनाया जाता है। आइए आपको बताते हैं कि किस प्रकार से आप अपने परिजनों और दोस्तों को इस भयानक लत से बचा सकते हैं।
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इन तरीकों से युवाओं को धुम्रपान से बचा सकते है-
सही तरीके से समझाने की कोशिश करें
किसी को भी धूम्रपान से रोकने से पहले आपको खुद धूम्रपान नहीं करना चाहिए। लोगों के लिए रोल मॉडल बनें और सुनिश्चित करें कि आपके आसपास रहने वाला कोई भी युवा तम्बाकू उत्पादों का किसी भी प्रकार से सेवन न करें। अपने बच्चों और अन्य लोगों के साथ अपने अनुभवों को शेयर करें और उन्हें धूम्रपान से होने वाले नुकसानों के बारे में बताएं। सही तरीके समझाएं जिस् भविष्य मे वह व्यक्ति धुम्रपान करने का विचार भी ना करें।बच्चों से चर्चा करें न कि उन्हें डराएं
बच्चों को डांटना, धमकाना और डराना कभी-कभी तो काम कर जाता है, लेकिन बार-बार ऐसा करने से वह जिद्दी बन जाते हैं। फिर वह चोरी छिपे उन चीजों को करने की कोशिश करते हैं, जिनसे आप उन्हें रोक रहे होते हैं। इसलिए जरूरी है कि आप एक ऐसा माहौल बनाएं, जहां बातचीत संभव हो, जहां बच्चे बिना डर के अपनी बातें आपसे शेयर कर सकें। ये ऐसे रास्ते हैं, जिनके माध्यम से आप बच्चों की आदतों के बारे में जान पाएंगे और उन्हें सही गलत के बारे में बता भी सकेंगे। बच्चों से बात करना बेहद जरूरी है अन्यथा वे गलत रास्त पर चल पड़ेंगे। बच्चों का अपने साथ comfort level बनाएं। जिससे बच्चे अपनी बात शेयर कर सकें।बच्चों को शिक्षित करें
बच्चों को सिर्फ धूम्रपान और तम्बाकू के सेवन के दुष्प्रभावों और डरावनी बातें बता कर आप नहीं समझा सकते हैं। बच्चे स्मार्ट होते हैं, इसलिए उन्हें बताएं कि इसके नुकसान क्या हैं, उसके पीछे तर्क क्या है? किस प्रकार से मार्केटिंग रणनीति और विज्ञापन के जरिए इन उत्पादों को लोगों की जान की परवाह किए बिना बेचा जा रहा है। तर्क के साथ बात करेंगे तो उन्हें ज्यादा आसानी से समझा सकेंगे। बच्चों को गलत संगत से बचाएं। किसी के साथ वाले धुम्रपान करते है तो उसे उस संगत से बचाएं। बच्चों को इस बारे में ज्यादा से ज्यादा ज्ञान दें।शरीर पर पड़ने वाले प्रभावों को बताएं
अपनों को बताएं कि तम्बाकू के सेवन से शरीर पर क्या असर होता है। किस प्रकार से पूरा शरीर खराब हो जाता है। उन्हें बताएं कि तम्बाकू के सेवन से शक्ति पर असर होता है, सांसों से बदबू आती है, दांत और होंठ खराब हो जाते हैं। यहां तक कि कैंसर भी हो सकता है। बच्चों से पूछें कि क्या वह भी अपने शरीर के साथ ऐसा ही करना चाहते हैं। इस राह पर चलते-चलते वे शराब के भी आदि हो जाते है। इसके चलते वह बहुत से गलत कदम उठा लेते है।धूम्रपान के खर्च के बारे में समझाएं
धूम्रपान एक महंगी लत है और यह लत बढ़ती ही जाती है। बच्चों को समझाएं कि धूम्रपान की आदत के चलते उन्हें कितना पैसा खर्च करना पड़ सकता है। उनसे पूछें कि क्या वह अपना पैसा बर्बाद करना चाहते हैं या उस पैसे का इस्तेमाल ट्रेंडी कपड़े, इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी चीजों को खरीदने में करना चाहते हैं।धूम्रपान के सभी विकल्पों से दूर रखें
आजकल के युवा ई-सिगरेट, हुक्का, शीशा, वेप्स, आदि सिगरेट के मॉर्डन और कम हानिकारक विकल्पों के रूप में भी प्रचलित हैं। बच्चों को समझाएं कि इन उत्पादों से भी स्वास्थ्य को उतना ही नुकसान है जितना सिगरेट से। इन उत्पादों और उनके दुष्प्रभावों के बारे में बच्चों को विस्तार से समझाएं।
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