शुभ मास- माघ मास कृष्ण पक्ष
शुभ तिथि द्वादशी भद्रा संज्ञक तिथि रात्रि 1 बजकर 45 मिनट तक तत्पश्चात त्रयोदशी तिथि रहेगी।द्वादशी तिथि मे विवाह आदि मांगलिक , यज्ञोपवीत ,गृह आरम्भ, प्रवेश,देव कार्य सहित सभी प्रकार के चर -स्थिर कार्य शुभ व सिद्ध होते है| द्वादशी तिथि मे जन्मे जातक चंचल,अस्थिर,परोपकारी ,ऐश्वर्यवान ,धर्म परायण ,गुणवान,होते है
शुभ नक्षत्र ज्येष्ठा नक्षत्र रात्रि 11 बजकर 43 मिनट तक तत्पश्चात मूल नक्षत्र रहेगा | ज्येष्ठा नक्षत्र मे अग्नि ,शिल्प,चित्रकारी इत्यादि कार्य विशेष रूप से सिद्ध होते है। ज्येष्ठा नक्षत्र गण्डान्त मूल संज्ञक नक्षत्र है अतः ज्येष्ठा नक्षत्र मे जन्मे जातको कि 27 दिन बाद पुनः इसी नक्षत्र के दिन मूल शांति करवा लेनी चाहिए | ज्येष्ठा नक्षत्र मे जन्म लेने वाला जातक स्वतन्त्र विचारो वाला,कठोर मेहनत करने वाला, क्रोधी स्वाभाव वाला , सुन्दर ,साहसी,व्यापार निपुण ,धनवान, बुद्धिमान होता है
चन्द्रमा सम्पूर्ण दिन वृश्चिक राशि में संचार करेगा |
व्रतोत्सव – राष्ट्रीय माघ मास प्रारम्भ
राहुकाल – दोपहर 3 बजे से 4.30 बजे तक
दिशाशूल – मंगलवार को उत्त्तर दिशा मे दिशाशूल रहता है। यात्रा को सफल बनाने लिए घर से गुड़ खा कर निकले।
आज के शुभ चौघड़िये – प्रातः 9.59 मिनट से दोपहर 01.57 मिनट तक चर,लाभ,अमृत का और दोपहर 3.17 मिनट से सायं 4.36 तक शुभ का चौघड़िया