शुभ मास- माघ मास कृष्ण पक्ष
शुभ तिथि त्रयोदशी जया संज्ञक तिथि रात्रि 1 बजकर 49 मिनट तक तत्पश्चात चतुर्दशी तिथि रहेगी । त्रयोदशी तिथि को यज्ञोपवीत को छोड़ कर समस्त शुभ एवं मांगलिक कार्य,विवाह,उपनयन,प्रतिष्ठा,देव कार्य,गृह प्रवेश इत्यादि कार्य शुभ माने जाते हैं | त्रयोदशी तिथि मे जन्मे जातक धर्मात्मा, धनवान, बुद्धिवान, भाग्यवान , पराक्रमी होते है
शुभ नक्षत्र मूल “तीक्ष्ण व अधोमुख “नक्षत्र रात्रि 12 बजकर 20 मिनट तक रहेगा |मूल नक्षत्र मे विद्या आरम्भ ,बोरिंग,विवाह कर्म,वास्तु शांति ,कृषि कार्य इत्यादि कार्य विशेष रूप से सिद्ध होते है । मूल नक्षत्र मे जन्म लेने वाला जातक स्वतन्त्र विचारो वाला,कठोर मेहनत करने वाला, क्रोधी स्वाभाव वाला , दानी ,धनवान, बुद्धिमान होता है | गंड मूल नक्षत्र होने के कारण मूल नक्षत्र मे जन्मे जातको को जन्म के 27 दिन बाद मूल अरिष्ट शांति हवन करवा लेना चाहिए
चन्द्रमा सम्पूर्ण दिन धनु राशि में संचार करेगा |
व्रतोत्सव – प्रदोष व्रत
राहुकाल – दोपहर 12 बजे से 1.30 बजे तक
दिशाशूल – बुधवार को उत्त्तर दिशा मे दिशाशूल रहता है। यात्रा को सफल बनाने लिए घर से गुड़ ,धनिया खा कर निकले।
आज के शुभ चौघड़िये – सूर्योदय से प्रातः 9.59 तक लाभ अमृत का ,प्रातः 11.19 मिनट से दोपहर 12.38 मिनट तक शुभ और दोपहर 3.17 मिनट से सूर्यास्त तक चर,लाभ का चौघड़िया