भारत में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ता ही जा रहा है। भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर चल रही है। जिससे एक दिन में करीब 3 लाख मामले दर्ज हो रहे है। और 2 हजार लोग अपनी जान चुके है। दिल्ली, महाराष्ट्र, केरल, राजस्थान में सबसे ज्यादा केस दर्ज हो रहे है। सरकार जनता ये अपील कर रही है कि बिना काम घर से बाहर ना निकले। कई राज्य सरकारों ने तो लॉकडाउन भी लगा दिये है। बाजार में कुछ लोग ऐसे मिलेंगे तो जो मास्क को भी एकबोझ समझते है। मास्क भी नहीं लगाना चाहते है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जो सही मायने में कोरोना के प्रति जागरूक है। वो घर से बाहर भी नहीं निकलना चाहते है। ऐसे में अगर यदि कोरोना के हल्के लक्षण महसुस हो रहे है तो घर पर क्या करे और हॉस्पिटल के चक्कर लगाने से बचना चाह रहे है तो क्या करें।आइयें जानते है कि यदि कोरोना हो जाता है तो घर पर कैसे रखे ख्याल..
इसे भी पढ़ें Corona Update : आपको भी ये जानकर आ जाएगा गुस्सा ! जानें, देश में क्यों हो गई आक्सीजन की कमी
- जब किसी व्यक्ति को लगता है कि वह कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में आया है या किसी तरह से वायरस के संपर्क में आया है, या उसे बुखार, सिरदर्द, गले में खराश, गंध या स्वाद में कमी जैसे लक्षण अनुभव होते हैं तो उसे सबसे पहले खुद को आइसोलेट कर लेना चाहिए। इस दौरान लोगों से मिलने-जुलने से बचना चाहिए। जितना हो सके आराम करें और पौष्टिक खाना खाएं।रात को अच्छी नींद लें। इस अवधि के दौरान यह सलाह दी जाती है कि जो कोई भी मेडिकल एक्सपर्ट नहीं है उसकी मदद न लें।
- अगर आपको कोरोना के लक्षण दिखाई दे रहे है तो आरटी-पीसीआर टेस्टिंग के लिए सुविधाजनक नजदीकी केंद्र में जाना चाहिए और ऐसा करते समय कोरोना नियमों का कड़ाई से पालन करना चाहिए। जब तक आपकी रिपोर्ट नहीं आती है तब तक दूसरों से दूरी बनाये रखें। लेकिन ऐसा सिर्फ तभी किया जा सकता है जब घर में एक अलग कमरा हो और उसमें अटैच टॉयलेट हो। सेल्फ आइसोलेशन के दौरान अपने कपड़े और जरूरी इस्तेमाल की चीजें अलग रखें। कपड़ों को धोने से पहले अलग से ब्लीच करना न भूलें। परिवार के सदस्यों की उपस्थिति में हमेशा मास्क पहने रहें। परिवार में किसी बड़-बुजुर्ग के संपर्क में ना आए।
- पेट के बल कम से कम दो घंटे तक सोने की कोशिश करें और गहरी सांसें लें। सेल्फ-आइसोलेशन में आप हॉबीज भी पूरी कर सकते हैं। जितना हो सके पानी पीजिए और मौसमी फल खाइए। अगर आप योगा करते हैं, तो ये आपके दिमाग को शांत रखने में मदद करेगा। इस दौरान अपने हेल्थकेयर प्रोवाइडर से लगातार फोन पर संपर्क बनाए रखें। आरोग्य सेतु ऐप पर अपने हेल्थ की अपडेट देते रहिए। जितना हो सके नेगेटिव खबरों से दूर रहिए। अच्छा सोचिए।