Navratri vrat Rule: शारदीय नवरात्रि का पर्व आज से प्रारंभ हो गया है. हिन्दू धर्म में नवरात्रि के पर्व का विशेष महत्व होता है. इस पर्व पर भक्त माता रानी के लिए व्रत करते है. अपनी माता रानी को प्रसन्न करने के लिए साधक उपवास करता है और उसका पालन करता है. मान्यता के अनुसार नवरात्रि में किए गए व्रत से मां भवानी खुश होकर सभी मनोकामनाएं पूर्ण करती है.
नवरात्रि पर किए गए उपवास में फलाहार करने को लेकर कुछ जरूरी नियम है जिनका पालन अवश्य करना चाहिए. नवरात्रि के दौरान व्रत करने के कुछ नियम भी है जिन्हें जान लेना आवश्यक है. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, नवरात्रि के व्रत में फलाहार को लेकर कुछ खास नियम होते हैं. आमतौर पर, व्रत के दौरान फलाहार एक या दो बार किया जा सकता है, लेकिन यह नियम स्थान और परंपराओं के अनुसार भिन्न हो सकते हैं. (Navratri vrat Rule)
यह पूरी तरह से व्यक्ति की मान्यताओं और परिवार की परंपराओं पर निर्भर करता है. हालांकि, कुछ सामान्य नियमों का पालन आवश्यक होता है, जैसे कि व्रत के दौरान शुद्ध और सात्विक भोजन करना, लहसुन-प्याज से परहेज करना और नियमित रूप से मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करना.
also read: Navratri 2024: आदिशक्ति का आराधना का पर्व प्रारंभ,पहले दिन करें मां शैलपुत्री की पूजा
फलाहार के नियम
अक्सर हमने देखा है कि नवरात्रि के व्रत में भूख लगने पर फलाहार या व्रत में खाई जाने वाली चीजें खा लेते हैं. कुछ लोग अपनी सहूलियत के हिसाब से दिन में कई बार फलाहार करते हैं, जबकि कुछ लोग दिन में केवल एक बार ही फलाहार करते हैं, जो आमतौर पर दोपहर या शाम के समय किया जाता है. वहीं, कुछ लोग दिन में दो बार फलाहार करते हैं, एक बार सुबह और एक बार शाम को। इसके अलावा, कुछ लोग पूरे दिन में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में फलाहार करते रहते हैं, ताकि ऊर्जा बनी रहे और व्रत सुचारू रूप से चल सके. व्रत करने के दौरान किन नियमों का पालन करना चाहिए और दिनभर में कितनी बार फलाहार करना चाहिए………..
व्रत के दौरान फलाहार करने के नियम
1. व्रत में सेंधा नमक का उपयोग किया जाता है सामान्य नमक का नहीं .
2. नवरात्रि के व्रत में विभिन्न फल खा सकते हैं जैसे- सेब, केला, अनार आदि.
3. व्रत में कुछ लोग उबली हुई सब्जियां भी खाते हैं, यह व्यक्तिगत पसंद पर निर्भर करता है.
4. कुछ लोग दूध और दही का सेवन करते हैं, यह भी व्यक्तिगत पसंद पर निर्भर है.
5. नवरात्रि के व्रत में अनाज का सेवन नहीं करते, पूर्णत: सात्विक भोजन किया जाता है.
6. नवरात्रि में मदिरा और तंबाकू का सेवन भी वर्जित होता है.
7. भोजन बनाने और खाने के स्थान को साफ-सुथरा रखना चाहिए.
8. व्रत के दौरान मन को शांत रखना चाहिए और भगवान की भक्ति करनी चाहिए.
9. व्रत के दौरान नकारात्मक विचारों से दूर रहना चाहिए.
10. फलाहार करना व्यक्तिगत पसंद और शारीरिक क्षमता पर निर्भर करता है.
कितनी बार कर सकते हैं फलाहार
नवरात्रि का व्रत पूरे 9 दिनों तक रखा जाता है. नवरात्रि के दौरान रसोपवास, फलोपवास, दुग्धोपवास, लघु उपवास, अधोपवास और पूर्णोपवास किया जा सकता है. कुछ लोग उपवास के दौरान खिचड़ी खाते हैं, कुछ सेंधा नमक के साथ भोजन करते हैं, कुछ फलाहार भी करते हैं तो कुछ केवल दूध और जल आदि ग्रहण करते हैं. जिनकी जैसी क्षमता होती है वे वैसा उपवास करते हैं. आप चाहे किसी भी तरह का उपवास क्यों न करें, लेकिन बार-बार और बहुत ज्यादा नहीं खाना चाहिए. क्योंकि ऐसा व्रत करने से व्रत का पूर्ण फल नहीं मिलता है.
ताजा खाने का करें सेवन
यदि आप फलाहार करते हैं तो एक या दो समय ही फलाहार लें. वहीं अधोपवास करते हैं तो एक समय ही भोजन करें. नवरात्रि व्रत में दिनभर उपवास रहें और रात में ही एक बार भोजन करें. यह भी कोशिश करें कि रात में किए जाने वाले भोजन को रात में ही बनाएं. यानी भोजन को बहुत समय पहले से बनाकर तैयार न करें. इससे जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.