Krishna Janmashtmi 2024: कृष्ण जन्माष्टमी का पावन त्योहार नजदीक आ रहा है, और कई जगहों पर इसकी शुरुआत हो भी चुकी है। दुनियाभर में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव के रूप में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। घरों में लोग लड्डू गोपाल की मूर्ति स्थापित करते हैं और उनका पालन-पोषण करते हैं, मानो वह परिवार का एक सदस्य हों। इस अवसर पर लड्डू गोपाल को विशेष भोग भी लगाया जाता है, जिसमें नमकीन, मिठाई, और मक्खन जैसे विभिन्न प्रकार के व्यंजन शामिल होते हैं। लेकिन यहां सवाल यह उठता है कि क्या भगवान कृष्ण को भोग में कुछ भी चढ़ाया जा सकता है?
आइए विस्तार से जानते हैं कि यदि आप लड्डू गोपाल को भोग लगाते हैं, तो उन्हें क्या-क्या खिलाना चाहिए और क्या नहीं खिलाना चाहिए। साथ ही, यह भी जानेंगे कि कृष्ण लला को भोग लगाने का सही तरीका क्या है, जिससे आपको अधिक लाभ मिलेगा।
also read: Janmashtami 2024: श्रीकृष्णा अपने सिर पर क्यों धारण करते है मोरपंख..
क्या खिलाना चाहिए और क्या नहीं…
कृष्ण भगवान की बालावस्था को लड्डू गोपाल के रूप में पूजा जाता है। लोग अपने घरों में लड्डू गोपाल की मूर्ति लाते हैं, उन्हें झूला झुलाते हैं, भोग लगाते हैं, और बच्चे की तरह उनका पालन-पोषण करते हैं। लड्डू गोपाल के प्रति लोगों की गहरी आस्था होती है, इसलिए उनकी पूजा और भोग में हर छोटी-बड़ी बात का ध्यान रखना आवश्यक है।
लड्डू गोपाल को भोग में किसी भी प्रकार का सात्विक आहार दिया जा सकता है। विशेष रूप से उन्हें दूध से बने पदार्थ जैसे मक्खन, मिठाई, और खीर का भोग लगाया जा सकता है। इसके अलावा, उन्हें तुलसी के पत्ते भी चढ़ाए जा सकते हैं, क्योंकि तुलसी भगवान कृष्ण को अत्यंत प्रिय है। भोग लगाने का यह तरीका लड्डू गोपाल के प्रति आपकी भक्ति और श्रद्धा को और भी प्रगाढ़ करता है।
क्या खिला सकते हैं बिस्किट-नमकीन?
कई लोग लड्डू गोपाल को प्रसाद में बिस्किट और नमकीन भी खिलाते हैं। इसमें भी कोई दिक्कत नहीं है, क्योंकि भगवान को बिस्किट-नमकीन भी चढ़ाई जा सकती है। बस इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि वह सामग्री सात्विक हो और उसमें कोई मिलावट न हो। ऐसी चीजों का भोग नहीं लगाना चाहिए जो निषेध हो। इसके अलावा, कृष्ण भगवान को कभी भी मिर्च-मसाले वाली चीजें या लहसुन-प्याज से बनी वस्तुएं नहीं खिलानी चाहिए, क्योंकि ये भोग के लिए वर्जित मानी जाती हैं।
कृष्ण लला को बहुत लोग चांदी की प्लेट में भोग लगाते हैं, लेकिन ऐसा कोई अनिवार्य नियम नहीं है। किसी भी साफ और शुद्ध प्लेट पर उन्हें भोग लगाया जा सकता है। प्रसाद में घर में बनी चीजों का भोग लगाना सबसे उत्तम माना जाता है। भोग लगाने के बाद पर्दा लगाना जरूरी होता है। भोग लगाकर पर्दा बंद करें और घंटी बजाएं—इस प्रक्रिया का धार्मिक महत्व है। लोग अपनी आस्था और सामर्थ्य के अनुसार कृष्ण लला को सजाते हैं और इस खास दिन को धूमधाम से सेलिब्रेट करते हैं।