धर्म कर्म

राम मंदिर निर्माण: रावण ने जहां माता सीता को रखा था बंदी, वहां से भी आएंगे राम मंदिर के लिए पत्थर

ByNI Desk,
Share
राम मंदिर निर्माण: रावण ने जहां माता सीता को रखा था बंदी, वहां से भी आएंगे राम मंदिर के लिए पत्थर
New Delhi: SC का फैसला आने के बाद से अयोध्या में राम मॆदिर बनने का काम जोर शोर से चल रहा है अब जानकारी मिली है कि श्रीलंका (SRI LANKA) स्थित सीता एलिया के पत्थर का अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में इस्तेमाल में लिया जाएगा. इस खबर के बाहर आने के बाद से लोगों में और भी ज्यादा उत्साह भर गया है. इस संबंध में श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग (INDIAN HIGH COMMISSION )  ने  ट्वीट कर बताया कि अयोध्या में राम मंदिर के लिए श्रीलंका स्थित सीता एलिया के पत्थर का इस्तेमाल किया जाएगा. इससे भारत और श्रीलंका के संबंधों की मजबूती का स्तम्भ बनेगा.भारत में श्रीलंका के उच्चायुक्त मिलिंदा मोरागोडा को उच्चायुक्त की मौजूदगी में म्यूरापति अम्मान मंदिर में यह पत्थर सौंपा गया. इसे भी पढ़ें- FIAF Award 2021 पाने वाले पहले भारतीय बने अमिताभ बच्चन,  2021 में आएंगी बैक टू बैक फिल्में

सीता माता को यहीं रखा गया था बंदी

मान्यता है कि सीता एलिया में माता सीता का मंदिर है . ऐसा माना जाता है कि इसी स्थान पर लंकापति रावण ने उन्हें बंदी बनाकर रखा था और यहीं माता सीता भगवान राम से प्रार्थना किया करती थीं कि वह उन्हें बचाकर ले जाएं. ऐसे में दोनों देशों की इस पहल से सोशल मीडिया में इसे खुब सराहना मिल रही है. इसके साथ ही लोगों को मानना है कि भगवान राम के मंदिर में सीता एलिया के पत्थर को लगाया जाना एक शुभ संकेत भी है. इसे भी पढ़ें- CM Tirath Singh के Ripped jeans वाले बयान पर अदनान समी का रिएकशन देख आप भी नहीं रोक पाएंगे अपनी हंसी …

पीएम मोदी ने कराया था भूमि पूजन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन किया था. इसी के साथ भाजपा की वह ‘मंदिर मुहिम’ पूरी हो गई जो तीन दशक तक उसकी राजनीति का अहम हिस्सा रही. माना जाता रहा है कि इसी मुहिम के कारण भाजपा सत्ता में शीर्ष तक पहंच सकी है. भूमि पूजन के बाद से मंदिर निर्माँण के कार्य में भी अप्रत्याशित तेजी देखने को मिली है. एक ओर जहां मंदिर के लिए देशभर से लोग चंदे के रूप में अपना सहयोग दे रहे हैं. वहीं दूसरी ओर अभी से ही देश भर के लोगों का मंदिर पहुंचने का सिलसिला भी शुरु हो गया है. इसे भी पढ़ें- America: विदेशी छात्रों की संख्या में 47 प्रतिशत Indiaऔर china से, कोरोनाकाल में प्रभावित हुए संख्या
Published

और पढ़ें