
कोच्चि (केरल)। वेटिकन ने केरल की एक नन की अपील खारिज कर दी है। उन्होंने अपनी शानदार जीवनशैली को लेकर संतोषजनक जवाब दे पाने में नाकाम रहने को लेकर ‘फ्रांसिस्कन क्लेरिस्ट कोंग्रेगेशन’ (एफसीसी) से खुद को निष्कासित किये जाने के फैसले को चुनौती दी थी।सिस्टर लूसी कलाप्पुरा को इस साल अगस्त में एफसीसी से निष्कासित कर दिया था।गिरजाघर से जुड़े सूत्रों ने यहां बताया, ‘‘वेटिकन ने उनकी अपील खारिज कर दी है।’’ हालांकि, अपील दायर करने के लिये उनके पास एक मौका और है।
एफसीसी का आरोप है कि उन्होंने अपनी कविताओं का प्रकाशन कर कार खरीदी और बलात्कार के आरोपी एवं जालंधर डायोसिस के पूर्व बिशप के खिलाफ एक प्रदर्शन में हिस्सा लिया था। वहीं, सिस्टर लूसी ने खुद पर लगाये गये आरोपों को खारिज कर दिया और कहा कि ‘‘उनकी छवि खराब करने के प्रयास के तहत जानबूझकर’’ ये आरोप लगाये गये।