नई दिल्ली। दूरसंचार के लिए कौशल विकास संस्थान टेलीकॉम सेक्टर स्किल काउंसिल (Telecom Sector Skill Council) (टीएसएससी-TSSC) ने 1.25 लाख युवाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार दिलाने और देश में 50 नये प्रशिक्षण लैब शुरू करने की घोषणा की है। टीएसएससी के 10 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में यह घोषणा की गयी।
भारत में इस वर्ष 5जी को लाँच करने में तेजी आने के साथ कुशल कार्यबल इस वक्त की सबसे बड़ी जरूरत है। इस मांग को पूरा करने के लिए टीएसएससी ने एक लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित करने और टेलको रोजगार जैसी अपनी प्लेसमेंट पहल के जरिये पूरे देश में 1.25 लाख से अधिक उम्मीदवारों को नौकरी दिलाने की योजना बनाई है। साथ ही इसकी योजना विभिन्न उद्योग संबंधी पुरानी और भावी दूरसंचार नौकरियों के लिए आगामी वर्षों में पूरे भारत में कम से कम 50 नए प्रशिक्षण लैब और सेंटर ऑफ एक्सिलेंस स्थापित करने की है। ये लैब एक हब एंड स्पोक मॉडल (Hub & Spoke Model) के तहत आईटीआई और प्रमुख विश्वविद्यालयों में स्थापित किए जाएंगे।
टीएसएससी ने अपनी स्थापना की 10वीं वर्षगांठ के मौके पर आईआईटी हैदराबाद के साथ साझेदारी की घोषणा की जिसके तहत 5जी और इसके उपयोग के मामलों, आईओटी, क्लाउड, एआई-एमएल जैसी उभरती प्रौद्योगिकियों में कौशल विकास और पाठ्यक्रमों के विकास, विशेष परियोजनाओं, कौशल विकास और अन्य संबद्ध सेवाओं में संयुक्त परियोजनाओं पर ध्यान दिया जाएगा।
इस अवसर पर दूरसंचार विभाग के सचिव के राजारमण (Rajaraman) ने कहा, पिछले कुछ महीनों में हम विभिन्न कार्यक्रम कराने में सफल रहे और इनमें से एक कार्यक्रम 5जी की शुरूआत में आगामी अवसरों के बारे में सभी राज्य सरकारों को संवेदनशील बनाना है। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम अन्य देशों की रोजगार की जरूरत और वहां जरूरी मानकों का खाका तैयार करें। यह केवल 5जी की बात नहीं है, बल्कि आगामी सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकियों, इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण की वृद्धि, उस देश को और वहां आवश्यक विभिन्न कौशल को समझने की बात है जिनसे हमारे विद्यार्थियों का परिचय कराने की जरूरत है। टीएसएससी भी इस उद्योग के साथ गठबंधन करने में काफी पैसा खर्च कर रही है और राज्य सरकारों जैसे अन्य भागीदारों के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि वे धन खर्च करने के मामले में आगे आएं और 5जी एवं इससे जुड़े कौशल पर ध्यान केंद्रित करें ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हम देशभर में एक डिजिटल अर्थव्यवस्था की नीव डालें।
टेलीकॉम सेक्टर स्किल काउंसिल के सीईओ अरविंद बाली (Arvind Bali ) ने कहा, “आज हमारे के लिए एक बहुत शुभ दिन है। हमने कई मार्गदर्शकों, साझेदारों और उम्मीदवारों के साथ 2013 में स्थापना के बाद एक लंबा सफर तय किया है। हम एमएसडीई, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, दूरसंचार विभाग और एनसीवीईटी का उनके सतत मार्गदर्शन और सहयोग के लिए विशेष रूप से आभारी हैं। हमने उच्च मूल्य की परियोजनाओं का निर्माण करने के लिए निरंतर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना विस्तार किया जिससे वैश्विक स्तर पर दक्ष कुशल कार्यबल तैयार करने में मदद मिल सके। आज, 5जी प्रौद्योगिकी से वर्ष 2023 और 2040 के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था 450 अरब डॉलर की होने संभावना है और हम वर्तमान में 5जी और इसकी सहायक प्रौद्योगिकियों में करीब 1.4 लाख कर्मचारियों की भारी कमी का सामना कर रहे हैं। हमने पिछले एक दशक में 10 लाख से अधिक उम्मीदवारों को विभिन्न भूमिकाओं के लिए प्रशिक्षित किया है।’
दूरसंचार में कौशल प्रदान करने के एक शीर्ष निकाय के तौर पर टीएसएससी ने पिछले कुछ वर्षों में नए कारोबारी क्षेत्रों जैसे काॅरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर), सेंटर ऑफ एक्सिलेंस का विकास, अंतरराष्ट्रीय कौशल विकास कार्यक्रम,प्लेसमेंट और पेड प्रोग्राम में विस्तार किया है। हाल ही में इस उद्योग निकाय ने पटना और दिल्ली एनसीआर में दो सेंटर ऑफ एक्सिलेंस का भी उद्घाटन किया है और इसकी योजना वित्त वर्ष 2022-23 के अंत तक और तीन सेंटर स्थापित करने की है।
आईआईटी हैदराबाद के साथ 5 साल के लिए साझेदारी की गयी है और इसके साथ नयी प्रौद्योगिकियों के लिए गठबंधन हेतु नए क्षेत्रों की पहचान की जाएगी और पाठयक्रमों, लैब्स, उपकरण, अध्यापन केंद्र और सेंटर ऑफ एक्सलेंस के रूप में उनकी क्षमता का निर्माण किया जाएगा। यह सहयोग कंटेंट विकास और विशेष परियोजनाओं, अकादमिक या कॉरपोरेट में कौशल प्रशिक्षण दोनों तरह से किया जाएगा और युवाओं को रोजगार के लायक बनाया जाएगा। इस साझेदारी के तहत टीएसएससी को प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण और असेसर्स के प्रशिक्षण के जरिये भी सहयोग करेगी और उभरती प्रौद्योगिकियों को लेकर सरकार और निजी क्षेत्र की अगुवाई वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भागीदारी करेगी। (वार्ता)