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ब्रिटेन की अविश्वसनीय कथा

ByNI Editorial,
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ब्रिटेन की अविश्वसनीय कथा
ब्रिटेन में अक्टूबर में 20 लाख नए लोग भूख के शिकार हो गए। एक ताजा सर्वे के मुताबिक कमरतोड़ महंगाई के कारण इन लोगों को तीन वक्त का पूरा भोजन नहीं मिल पा रहा है। अब देश में ऐसे लोगों की कुल संख्या 47 लाख तक पहुंच गई है। ब्रिटेन का हाल किसी पुराने जमाने के राजपरिवार जैसा होता जा रहा है, जो वर्तमान में फटेहाल है। हाल की ब्रिटिश सरकारों की नीतियों ने देशवासियों को ऐसी मुसीबत में डाल दिया है, जिसके बारे में गुजरे दशकों में सोचना भी मुश्किल था। दक्षिणपंथी राजनीति के बढ़े असर से ब्रिटेन ने ब्रेग्जिट का फैसला किया। अभी उस झटके से देश उबरा भी नहीं था कि कोरोना महामारी ने उसे झकझोरा। और यूक्रेन युद्ध में बढ़-चढ़ कर अमेरिकी रणनीति को आगे बढ़ाने के सरकारों के निर्णय ने देश को महंगाई के अभूतपूर्व दौर में पहुंचा दिया है। ताजा खबर यह है कि ब्रिटेन में अक्टूबर में 20 लाख नए लोग भूख के शिकार हो गए। एक ताजा सर्वे के मुताबिक ‘विनाशकारी’ महंगाई के कारण इन लोगों को तीन वक्त का पूरा भोजन नहीं मिल पाया। अब देश में भूख के शिकार लोगों की कुल संख्या 47 लाख तक पहुंच गई है। इस सर्वे से यह जाहिर हुआ है कि परिवारों को किस तरह की मुसीबत से गुजरना पड़ रहा है। और हालात अभी और बिगड़ने वाले हैं। देश की सबसे बड़ी ऊर्जा सप्लायर कंपनी ने कहा है कि सर्दियों में ऊर्जा की कीमत में प्रति महीने एक हजार पाउंड की बढ़ोतरी हो सकती है। कंपनी ने सरकार से गरीबों की मदद के लिए तुरंत राहत घोषित करने की अपील की है। चूंकि ऊर्जा महंगी है, तो रूम हीटिंग विलासिता की बात हो गई है। ऐसे में कई आम लोग लकड़ी जला कर गरमी प्राप्त कर रहे हैं। इसीलिए लंदन के फायर डिपार्टमेंट ने घरों में आग लगने से बचाव के उपाय करने की जरूरत बताई है। उसने एक घटना के बाद यह बयान दिया, जिसमें घर को गरम करने के लिए लकड़ी जलाने के कारण वहां आग लग गई। सर्वे करने वाली संस्था फूड पाउंडेशन ने के मुताबिक आज लाखों लोगों जो कुछ खाते हैं, वह पर्याप्त भोजन नहीं होता है। फूड बैंकों ने बताया है कि उनसे भोजन मांगने वाले लोगों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। क्या ऐसे हाल के बारे में पहले सोचना भी संभव था?
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