बेबाक विचार

इटली में हुई थी लापरवाही

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इटली में हुई थी लापरवाही
फॉग स्प्रे के विज्ञापन की तरह आजकल पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ही चल रहा है। जब पिछले दिनों कानपुर से एक दोस्त का फोन आया तो मैंने उससे कहा कि मुझे तो लगता था कि देश में सबसे ज्यादा यह वायरस कानपुर में फैलेगा, मगर ऐसा नहीं हुआ। नतीजतन एक भी केस नहीं आया। तो उसने कहा कि यहां के लोग कह रहे हैं कि हमारा शहर इतना गंदा है कि कोरोना वायरस भी इस गदंगी के कारण मर गया होगा। वह फैलता कैसे! सच में उसकी बात इटली में इतनी संख्या में मरने की खबर पढने के बाद सही लगने लगती है। दुनिया के सबसे बडे धर्मावलीं समुदायईसाईयों के पवित्र शहर, वेटिकन के लिए जाना जाने वाला इटली यूरोप के साफ सुथरे शहरो में आता है। अभी तक इस रोग के पूरी दुनिया में दो लाख मामले आए हैं। इससे प्रभावित 160 देशों में सबसे ज्यादा मरने वालों की संख्या में इटली दूसरे नंबर पर आ गया है। जहां 31506 लोग इस रोग से प्रभावित हुए थे वे उसमें से 2500 लोग मरें।दुनिया में प्रभावित होने वाले दो लाख लोगों में से चीन में 81,000 लोग इससे प्रभावित हुए व वहां 3237 लोगों की इसके कारण मौत हुई जबकि इटली में 32,000 लोग इसका शिकार हुए व 2500 लोग इसके कारण मारे गए। यह खबर चौकाने वाली है क्योंकि इटली विकसित देशों की श्रेणी वाले यूरोप में आता है। इटली में कोरोना वायरस का पहला मामला जनवरी को देखने में मिला जब दो चीनी पर्यटकों को इससे ग्रस्त पाया गया। प्रशासन ने उन्हें जांच के लिए भेज दिया। माना जाता है कि यूरोप में सबसे बेहतर चिकित्सा प्रबंध इटली में है। अगले ही दिन इटली के प्रधानमंत्री ने देश में छह महीने के लिए आपात स्थिति घोषित करते हुए चीन से आने वाली सभी उडानों पर रोक लगा दी।प्रधानमंत्री ने हालात नियंत्रण में होने का दावा करते हुए कहा कि देश में हालात जल्दी ही अच्छे हो जाएंगे। मगर 11 मार्च तक यह देश चीन के बाद दुनिया में कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित दूसरा देश बन गया। देखते ही देखते यह फ्रांस, जर्मनी, ब्रिटेन में भी फैल गया। सवाल यह पैदा होता है कि इस देश में इतनी तेजी से बीमारी फैलने व बडी तादाद में लोगों के मरने की वजह क्या है? वैज्ञानिको का कहना है कि यह वायरस जनवरी के मध्य में ही देश में फैलना शुरू हो गया व इस बीमारी का कोई लक्षण नहीं दिखाई पड रहा था। इस वजह से यह बीमारी दूसरे देश में फैल गई। माना गया कि लोगों को निमोनिया हो रहा है। वहां 18 फरवरी को एक स्थानीय नागरिक लगातार दो दिनों से बुखार की शिकायत होने पर अस्पताल गया। उसके मां-बाप के मुताबिक डाक्टरो ने तब भी कोरोना वायरस होने की कोई बात नहीं की व उसे घर भेज दिया।जब बुखार ठीक नहीं हुआ तो उसे दोबारा अस्पताल ले जाया गया। वहां दोबारा जांच करके डाक्टरो ने उसे देश में स्थानीय लोगों के कारण कोरोना वायरस फैलने का पहला मामला पाया। उसके कारण घर के आसपास व अस्पताल में रोगी स्टाफ व डाक्टर काफी प्रभावित हुए। हालांकि यह व्यक्ति अब ठीक हो रहा है। वहीं 23 फरवरी को इस बीमारी के कारण दो लोगों के मरने की खबर आई व कोडोना व आस-पास के शहरों में 50000 लोग इस बीमारी से पीडित पाए गए व वहां आने-जाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई। इटली के बड़े शहर मिलान में अनेक प्रतिबंध लगाते हुए स्कूल बंद कर दिए गए। बॉर व रेस्तरां में 6 बजे के बाद जाने पर रोक लगा दी गई। इटली का दावा था कि पूरे यूरोप में सबसे पहले उसने इस वायरस से निपटने के लिए कार्रवाई की थी। तब इस बात की आशंका नहीं थी कि यह मामला चीन जैसा भयंकर हो जाएगा। देश की अर्थव्यवस्था खराब हो रही है व देश का शेयर बाजार 10 फीसदी तक गिर चुके हैं। पर्यटन उद्योग ठप्प हो गए व स्टोर के बाहर खरीदारो की भीड लगने लगी। यह वायरस लोबार्डी शहर से फैला था जहां के गवर्नर दावा कर रहे थे कि यह रोग फ्लू सरीखा है। महज तीन दिन बाद वहां बॉर व रेस्तरां पर लगाए गए प्रतिबंध हटा दिए गए। इस तरह की बातें करने वाले नेता व उनका स्टाफ तक इस रोग के शिकार हो गए हैं। यह रोग इतनी तेजी से फैला कि 1 मार्च को पुनः स्कूल कॉलेज बंद कर दिए। इटली के एक नेता के मुताबिक जब हम कार में तेजी से जा रहे हो व सामने अचानक दीवार आ जाए तो हम ब्रेक लगाने के अलावा और कर भी क्या सकते हैं। वहां डाक्टर इस रोग को सुनामी कह रहे हैं। कुछ डाक्टर व अस्पतालो का स्टाफ तक बीमार हो गया है। वहां इस तरह के मामलो की संख्या 10 गुना ज्यादा बढ गई हैं। वहां डाक्टर व स्वास्थ्य सेवाएं अपनी क्षमता से ज्यादा काम कर रहे हैं। कुछ लोग अभी भी घरो में शराब पी रहे हैं। एक व्यक्ति का कहना था कि लोगों को लगता है कि वे तो टाइटेनिक पर सवार है अतः जब जहाज डूब रहा हो तो उन्हें शराब पीने व लमौज करनी चाहिए। इटली की सररकार ने सबसे पहले लोबार्डी शहर को अलग-थलग करने के लिए प्रतिबंध लगाया वहां इस बीमारी के कारण आठ फीसदी बीमारी लोग तक मारे गए हैं।
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