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अमेरिका के रियलिटी टीवी में ज्यादा ही रियल!

अमरीकियों कोरियलिटी टीवी शो बहुत पसंद हैं। और इन दिनों वे और सारी दुनिया एक बेहतरीन रियलिटी शो देख रहे हैं। इस शो के नायक हैं रियलिटी टेलीविजन के बेताज बादशाह डोनाल्ड ट्रंप।जब से उनपर मुकदमा की खबरेंसुर्खियाँ बनींतभी से लोग टीवी, मोबाइल और सोशल मीडिया से लगातार जुड़े हुए हैं और बेसब्री से यह प्रतीक्षा कर रहे हैं कि आगे क्या होगा। और मंगलवार को यह नौटंकी और दिलचस्प हो गई।

नेवी रंग का सूट और लाल टाई धारण किये हुए पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप मुंह लटकाकर मेनहटन की अदालत में पहुंचे। वे गुस्से में नजर आ रहे थे और केवल अपने समर्थकों, संवाददाताओं और तमाशबीनों का अभिवादन करने के लिए रूके।पूर्व राष्ट्रपति पिछले कई हफ्तों से यह रणनीति बनाने में जुटे थे कि अदालत में उनके तेवर बगावती लगें और इसलिए उन्होंने अपना जबड़ा कस के बंद कर रखा था। अदालत में पहुंचने पर किसी भी अन्य आरोपी की तरह उनकी उंगलियों के निशान लिए गए। किंतु जैसी की उम्मीद थी, उन्हें न तो हथकड़ी लगाई गई और न ही अदालती रिकार्ड के लिए उनकी तस्वीर ली गई।कोर्ट रूम में शुरूआती थोड़े से समय को छोड़कर टीवी कैमरे और फोटोग्राफर मौजूद नहीं थे।ट्रंप ज्यादातर समय गुस्से से उबलते नजर आए। वे बहुत कम बोले और उन्होंने उन पर लगे 34आरोपों के बारे में केवल दो शब्द कहे – ‘नाट गिल्टी’ (निर्दोष)।जब न्यूयार्क उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश वानमर्चेन ने उन्हें चेतावनी दी कि कार्यवाही में बाधा उत्पन्न करने पर उन्हें बाहर किया जा सकता है तो उन्होंने गहरी सांस लेकर कहा,’मुझे पता है’।

अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति के लिए वे क्षण सचमुच तनाव भरे रहे होंगे।उन्हें यह विश्वास ही नहीं हो रहा होगा कि उनके साथ यह हो सकता है। उनके मुकदमे की सुनवाई 2024 के वसंत में हो सकती है, जिस समय राष्ट्रपति के चुनाव के लिए प्रायमरी चल रही होंगी।जाहिर है कि ट्रंप के एक बार फिर व्हाईट हाऊस में पहुंचने के स्वप्न को पूरा करने में वे प्राइमरी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। अदालत से निकलकर ट्रंप मारगालागो पहुंचे जहां वे जमकर गरजे और अपनासारागुस्सा,जो उन्होंने अदालत में जज्ब किया होगा, बाहर निकल दिया।उन्होंने अपने 25 मिनट के छोटे से (उनके लिहाज से) भाषण में झूठ का वही पुराना पुलिंदा खोला। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ झूठे आधारों पर जांच की जा रही है और उन्हें उत्पीड़ित किया जा रहा है। उन्होंने बाईडन के परिवार पर भ्रष्टाचार के आधारहीन आरोप लगाए और डिस्ट्रिक्ट एटार्नी ऐल्विन ब्रेग और उनके परिवार को निशाना बनाया। वे गुस्से में लाल-पीले हो रहे थे।

मंगलवार को जो हुआ वह अमरीका के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ था। यह पहली बार है कि एक पूर्व राष्ट्रपति पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए। यही कारण था कि ‘टाईम’और ‘एटलांटिक’ने घटनाक्रम की अपनी रिपोर्ट को एक शब्द का शीर्षक दिया ‘अभूतपूर्व’।और जो हुआ वह सचमुच अभूतपूर्व था।जैसा कि मैंने पहले भी लिखा था, अमरीका दो हिस्सों में बंट गया है। और यह विभाजन अदालत के बाहर भी देखा जा सकता था जहां बैरिकेड के एक ओर ट्रंप के समर्थक थे और दूसरी ओर उनके विरोधी।

और दुनिया का क्या? दुनिया भी बंटी हुई है।

अमरीका केमित्र देश आशंकित हैं। वे मुक़दमे के अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर चिंतित हैं। इसमें कोई संदेह नहीं कि इस पूरी ड्रामेबाजी से ट्रंप के रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार के रूप में उभरने की संभावना और मजबूत हुई है। जाहिर है कि अमरीका के दोस्त और उसके दुश्मन दोनों को इस तथ्य को ध्यान में रखना होगा।

सबसे ज्यादा चिंतित यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को होना चाहिए। अगर ट्रंप व्हाईट हाऊस लौटे तो रूस के खिलाफ लड़ाई में यूक्रेन को मिल रही अमरीकी मदद पर पूर्ण विराम लग जाएगा। नाटो भी परेशान होगा। ट्रंप ने नाटो से अपनी चिढ़ को कभी छुपाया नहीं है।न्यूयार्क का मामला ट्रंप की कानून से भिड़ंत का एकमात्र उदाहरण नहीं है। छह जनवरी को संसद पर हुए हमले, गुप्त दस्तावेजों को अवैध रूप से अपने पास रखने और 2020 में जार्जिया में चुनाव को पलटने का प्रयास करने के मामलों उनके खिलाफ आपराधिक जांच जारी है। इसके अलावा उनके व्यापारिक लेन-देन भी जांच के घेरे में हैं और बलात्कार के आरोप से जुड़ा मानहानि का एक मुकदमा भी उनपर चल रहा है। इन मामलों में उनके दोषी सिद्ध होने की संभावना कम ही है और इन प्रकरणों के कारण ट्रंप के 2024 का चुनाव लड़ने और जीतने पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।

परंतु रियलिटी टेलीविजन की रियलिटी और वास्तविक रियलिटी में बहुत फर्क होता है। हम यह नहीं भूल सकते कि जो कुछ हो रहा है उससे ट्रंप और ताकतवर बन रहे हैं और यह दुनिया और अमरीका के लिए अशुभ है। ट्रंप की मित्रमंडली निश्चित रूप से प्रसन्न होगी और उनके सुर में अपना सुर मिलाएगी। परंतु अमरीका के दोस्तों को चौकस रहना चाहिए क्योंकि रियलिटी टीवी कुछ ज्यादा ही रियल हो रहा है।(कॉपी: अमरीश हरदेनिया)

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By श्रुति व्यास

संवाददाता/स्तंभकार/ संपादक नया इंडिया में संवाददता और स्तंभकार। प्रबंध संपादक- www.nayaindia.com राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय राजनीति के समसामयिक विषयों पर रिपोर्टिंग और कॉलम लेखन। स्कॉटलेंड की सेंट एंड्रियूज विश्वविधालय में इंटरनेशनल रिलेशन व मेनेजमेंट के अध्ययन के साथ बीबीसी, दिल्ली आदि में वर्क अनुभव ले पत्रकारिता और भारत की राजनीति की राजनीति में दिलचस्पी से समसामयिक विषयों पर लिखना शुरू किया। लोकसभा तथा विधानसभा चुनावों की ग्राउंड रिपोर्टिंग, यूट्यूब तथा सोशल मीडिया के साथ अंग्रेजी वेबसाइट दिप्रिंट, रिडिफ आदि में लेखन योगदान। लिखने का पसंदीदा विषय लोकसभा-विधानसभा चुनावों को कवर करते हुए लोगों के मूड़, उनमें चरचे-चरखे और जमीनी हकीकत को समझना-बूझना।

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