Pakistan referendum in kashmir पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कल ऐसी बात कह दी है, जिसे कहने की हिम्मत आज तक पाकिस्तान का कोई फौजी राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री भी नहीं कर सका है। आजकल पाकिस्तानी कब्जे के कश्मीर में आम चुनाव चल रहे हैं। एक चुनावी सभा में बोलते हुए इमरान ने कह दिया कि पाकिस्तान सरकार उसके कश्मीर की जनता को आत्म-निर्णय का ऐसा विकल्प देगी, जिसके अन्तर्गत वह चाहे तो पाकिस्तान में मिल सकता है या वह स्वतंत्र राष्ट्र भी बन सकता है।
Read also दुनिया में वामपंथियों का अब क्या?
यह स्वतंत्र राष्ट्र का विकल्प एक बम-विस्फोट की तरह है। पाकिस्तान के सारे विरोधी नेता इमरान पर टूट पड़े हैं। इमरान ने यह बात शायद इसलिए कह दी कि उन पर यह आरोप लगाया जा रहा था कि वे ‘आजाद कश्मीर’ को पाकिस्तान का पांचवाँ प्रान्त बनाना चाहते हैं। ऐसे प्रचार से कश्मीर में उनकी पार्टी के वोट कटने की अफवाहें फैलने लगी थीं। लेकिन इमरान की यह बात ऐसी है, जिसका खंडन लियाकतअली खान से लेकर नवाज़ शरीफ तक सभी प्रधानमंत्री और अयूबखान, याह्याखान, जिया-उल-हक और मुशर्रफ तक सारे फौजी राष्ट्रपति भी करते रहे हैं।
इस्लामाबाद में जब प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो से मैं पहली बार मिला तो उन्होंने मुझसे कहा कि आप पहले अपने कश्मीर में प्लेबिसिट (आत्म-निर्णय) करवाइए। मैंने उनसे पूछा कि आपने सुरक्षा परिषद का 1948 का प्रस्ताव क्या पढ़ा नहीं है? कृपया प्लेबिसिट की पहली शर्त पढ़िए। उसके शुरु में ही कहा गया है कि आपके कब्जाए कश्मीर से एक-एक सिपाही और एक-एक सरकारी कर्मचारी को वहां से हटाइए। उसके बाद ही दोनों कश्मीर में जनमत-संग्रह हो सकता है। मैंने उनसे पूछा कि जनमत-संग्रह में क्या वे तीसरे विकल्प से सहमत हैं। याने कश्मीर की आजादी का विकल्प आपको स्वीकार है? उन्होंने कहा ‘बिल्कुल नहीं।’
Read also भरे नहीं है बंटवारे के जख्म
लेकिन रावलपिंडी में मुझसे मिले कश्मीरी नेताओं ने मुझसे कहा था कि हम तीसरा विकल्प भी चाहते हैं याने भारत में या पाकिस्तान में मिलने के अलावा हमें ‘स्वतंत्र राष्ट्र’ का विकल्प भी चाहिए। बेनजीर ने परेशान होकर मुझसे कहा कि ‘द थर्ड आप्शन इज़ रुल्ड आउट’। आपकी-हमारी बातचीत ‘आफ द रिकार्ड’ रखिएगा। कश्मीरी आंदोलनकारियों को यह पता नहीं चलना चाहिए कि तीसरे विकल्प पर पाकिस्तानी सरकार की आधिकारिक राय क्या है?
Read also बूचड़खानों पर रोकः बुनियादी सवाल ?
उस राय को अब इमरान खान ने उलट ही नहीं दिया है बल्कि उसे सबके सामने प्रकट भी कर दिया है। हो सकता है कि इसका फायदा वे कश्मीरी चुनाव में उठा ले जाएं लेकिन पाकिस्तान की फौज और जनता तो उससे कतई सहमत नहीं हो सकती। इमरान खान ने एक नई मुसीबत मोल ले ली है। वे प्रधानमंत्री तो बन गए हैं लेकिन उनका खिलाड़ीपन ज्यों का त्यों कायम है।
कश्मीर पर इमरान का विस्फोट
और पढ़ें
-
आलिया भट्ट ने होप गाला इवेंट किया होस्ट
मुंबई। एक्ट्रेस आलिया भट्ट (Alia Bhatt) ने लंदन में चल रहे चैरिटी इवेंट होप गाला को होस्ट किया। उन्होंने इस...
-
अमेरिकी सेना ने कहा, हौथी के चार ड्रोनों को मार गिराया
सना। अमेरिकी सेना (US Military) ने यमन में हौथी समूह द्वारा लॉन्च किए गए चार ड्रोनों (Drone) को मार गिराया...
-
तापसी पन्नू ने पैंट-कोट के साथ फ्यूजन स्टाइल में पहनी साड़ी
मुंबई। मशहूर एक्ट्रेस तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) को साड़ी पहनना काफी पसंद है। इस कड़ी में एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम पर...
-
भूपेश बघेल ने कांग्रेस को प्राइवेट लिमिटेड बना दिया है: सुरेंद्र दाऊ
राजनांदगांव। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र दाऊ (Surendra Dau) ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) को फिर...