
भारत की बहुचर्चित दूरसंचार क्रांति ठहर तो बहुत पहले गई थी, अब यह पलटती हुई दिख रही है। तीन सेवादाता कंपनियों का ताजा फैसला इसी बात का संकेत देता है। वोडाफोन-आइडिया और एयरटेल के प्रीपेड उपभोक्ताओं की जेबों पर तीन दिसंबर से अतिरिक्त बोझ पड़ने वाला है। दोनों कंपनियों ने प्रीपेड मोबाइल सेवाओं की दरें 47 प्रतिशत तक बढ़ाने की घोषणा की है। करीब चार साल में यह पहली वृद्धि है। वोडाफोन आइडिया ने सिर्फ अनलिमिटेड डेटा एवं कॉलिंग की सुविधा वाले प्रीपेड प्लान की दरें बढ़ाई हैं। एयरटेल ने सीमित डेटा एवं कॉलिंग वाले प्लान की शुल्कों में भी संशोधन किया है। वोडाफोन के मुताबिक उसने सर्वाधिक 41.2 प्रतिशत की वृद्धि सालाना प्लान में की है। उसके इस प्लान की दर 1,699 रुपये से बढ़कर 2,399 रुपये हो गई है। इसी तरह रोजाना डेढ़ जीबी डेटा की पेशकश के साथ 84 दिन की वैधता वाले प्लान की दर 458 रुपये से 31 प्रतिशत बढ़ा कर 599 रुपये कर दी गई है। कंपनी का 199 रुपये वाला प्लान अब 249 रुपये का हो जाएगा। कंपनी ने इसके साथ ही अन्य नेटवर्क पर आउटगोइंग कॉल करने पर छह पैसे प्रति मिनट की दर से शुल्क लगाने की भी घोषणा की है।
एयरटेल ने सालाना प्लान को 41.14 प्रतिशत बढ़ा कर 1,699 रुपये की जगह 2,398 रुपये का कर दिया है। कंपनी का सीमित डेटा वाला सालाना प्लान अब 998 रुपये की जगह तीन तारीख से 1,498 रुपये का हो जाएगा। इस प्लान की दर में यह 50.10 प्रतिशत की वृद्धि है। इसी तरह एयरटेल ने 82 दिन की वैधता के साथ असीमित डेटा वाले प्लान को 499 रुपये से 39.87 प्रतिशत बढ़ाकर 698 रुपये और सीमित डेटा कर दिया है। कंपनी की 82 दिन की वैधता वाले प्लान की दर 33.48 प्रतिशत महंगी हो गई है। इसकी दर अब 448 रुपये से बढ़ाकर 598 रुपये कर दी गई है। वोडाफोन आइडिया और एयरटेल के साथ-साथ रिलायंस जियो ने भी मोबाइल सेवाओं की बढ़ी हुई दरों की रविवार को घोषणा की। जियो की नई दरें छह दिसंबर से प्रभावी होंगी और 40 प्रतिशत तक महंगी होंगी। इन सबसे सबसे सस्ती मोबाइल सेवा देने की भारत की उपलब्धि पर ग्रहण लगने जा रही है। इसकी शुरुआत तो टू-जी घोटाले को लेकर मचे शोर के समय ही हो गई थी। जियो ने मार्केट में जो उथल-पुथल मचाई, उसने कहानी पूरी कर दी है।