बेबाक विचार

हर पल जान पर खतरा

ByNI Editorial,
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हर पल जान पर खतरा
भारत में वेबसाइट के जरिए घर  तक राशन पहुंचाने वाली स्टार्टअप कंपनियों के बीच सामान की सबसे तेज डिलिवरी की होड़ लगी हुई है। कई ग्रॉसरी स्टार्टअप 10 मिनट में घर पर डिलीवरी का वादा कर रहे हैं। इस समयसीमा का पालन करने की जिम्मेदारी बाइक से डिलीवरी करने वालों पर होती है। gig workers in India भारत में गिग वर्कर्स किस तरह अपनी जान खतरे में डाल कर रोजी-रोटी कमाते हैं, उस पर कहीं चर्चा नहीं होती। सामाजिक सुरक्षा तो दूर, इन कर्मियों से कंपनियां किस हाल में काम ले रही हैं, वह भी हमारी आम चर्चा से बाहर है। चूंकि रोजगार के अवसर लगातार घटते गए हैं, तो ऐसे कर्मियों के सामने कोई विकल्प भी नहीं होता। इसलिए वे रोज अपनी जान के लिए खतर मोल लेते हैँ। ध्यान दीजिए। भारत में वेबसाइट के जरिए घर  तक राशन पहुंचाने वाली स्टार्टअप कंपनियों के बीच सामान की सबसे तेज डिलिवरी की होड़ लगी हुई है। कई ग्रॉसरी स्टार्टअप 10 मिनट में घर पर डिलीवरी का वादा कर रहे हैं। इस समयसीमा का पालन करने की जिम्मेदारी बाइक से डिलीवरी करने वालों पर होती है। समयसीमा के पालन में वे रोज ही अपनी जान जोखिम में डालते हैं। भारत में किराना बाजार 600 अरब डॉलर का है। र उसका हिस्सा पाने के लिए तेज मुकाबला चल रहा है। अमेजॉन, वॉलमार्ट के फ्लिपकार्ट और रिलायंस के बीच इस बाजार पर कब्जे की होड़ लगी हुई है। अब कई और स्टार्टअप कंपनियां भी किराना बाजार में कदम रख रही हैं। जैसे कि ब्लिंकिट और जेप्टो ने नई दुकानें खोलनी शुरू की हैं। Read also संघवाद की धारणा पर बड़ा खतरा ये दोनों कंपनियां दस मिनट में डिलीवरी का वादा कर रही हैं। इन कंपनियों का लक्ष्य है कि अपने कथित डार्क स्टोर से या छोटे-छोटे वेयरहाउस में राशन को कुछ ही मिनटों में पैक करके बाइक सवारों के जरिए ग्राहकों के घरों तक पहुंचा दिया जाए। बाइक सवार को डिलीवर करने के लिए करीब सात मिनट का समय मिलता है। स्पष्टतः ये स्टार्टअप डिलिवरी ब्वयॉज को खतरे डाल रहे हैं। भारत में तेज खरीददारी का बाजार पिछले साल लगभग 22 अरब रुपये का हो गया। 2025 तक इसके 10 से 15 गुना तक बढ़ने की संभावना है। यूरोप और अमेरिका में तेज डिलीवरी का यह प्रयोग सफल हो चुका है। तो अब भारत में उसे अपनाया जा रहा है। लेकिन इस सिलसिले में ये गौरतलब है कि यूरोप और अमेरिका में लोगों के लिए सामाजिक सुरक्षा के इंतजाम हैं। भारत में हर कोई भगवान भरोसे है। इसके बीच चलन यह चल गया है कि अगर कोई ग्राहक देर की शिकायत कर दे, तो 300 रुपये तक का जुर्माना लग जाता है।
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