ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशन की रिपोर्टों से यूपीए के शासनकाल में हाय-तौब मच जाती थी। इसे मीडिया मैनेजमेंट में नरेंद्र मोदी सरकार की कामयाबी ही कहेंगे, अब ऐसी रिपोर्टें भारत में सुर्खियां नहीं बनतीं। मगर इससे ये सच नहीं बदल जाता कि भारत में भ्रष्टाचार बदस्तूर जारी है। इतना ही नहीं, मोदी सरकार ने पॉलिटिकल फंडिंग को इतना संदिग्ध बना दिया है कि उससे अतीत में उठाए गए कई कदम भी निष्प्रभावी हो गए हैं। इलेक्ट्रॉल बॉन्ड्स अब चलन में हैं, और उनकी वजह से भारत की छवि काफी प्रभावित हुई है। इसी का नतीजा है कि अब भ्रष्टाचार के मामले में भी भारत दो स्थान फिसल गया है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल की भ्रष्टाचार अनुभव सूचकांक- 2019 में भारत का दुनिया के 180 देशों में 80वां स्थान है। वर्ष 2018 में भारत 78वें पायदान पर था। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल ने दावोस में विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक के दौरान इस सूचकांक की रिपोर्ट को जारी किया। सूचकांक में डेनमार्क और न्यूजीलैंड शीर्ष स्थान पर रहे, यानी वे सबसे कम भ्रष्टाचार वाले देश हैं। वहीं पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को सूचकांक में 120वां स्थान मिला है। सूचकांक में ऊपर रहने का मतलब है भ्रष्टाचार कम होना। सूची में जो देश जितना ही नीचे हैं, वहां भ्रष्टाचार उतना ही ज्यादा है। 2017 के इंडेक्स में भारत 40 अंक के साथ 81वें स्थान पर था। इससे पहले 2016 में भारत इस इंडेक्स में 79वें स्थान पर था। विशेषज्ञों और कारोबारी लोगों के अनुसार यह सूचकांक 180 देशों के सार्वजनिक क्षेत्र में भ्रष्टाचार के स्तर को दिखाता है। फिनलैंड, सिंगापुर, स्वीडन, स्विट्जरलैंड, नॉर्वे, नीदरलैंड, जर्मनी और लक्जमबर्ग इस सूचकांक में टॉप-10 में रहे। यह सूची 0 से 100 तक के अंकों के आधार पर बनती है। शून्य अंक हासिल करने वाला देश सबसे भ्रष्ट और 100 अंक हासिल करने वाला सबसे ईमानदार होगा। दुनिया के दो-तिहाई देशों ने इस साल 50 से कम अंक हासिल किए है। औसत स्कोर 43 है। सूचकांक में 41 अंक के साथ भारत को 80वां स्थान मिला है। इस साल की रिपोर्ट से यह पता चलता है कि उन देशों में ज्यादा भ्रष्टाचार देखा गया है, जहां चुनावों में बड़े पैमाने पर पैसा बहाया जाता है। ट्रांसपैरेंसी इंटरनेशनल ने दुनिया की सरकारों से अनुरोध किया है कि सबसे पहले राजनीतिक दलों को मिलने वाले चंदे और उन पर धन बल के असर को कम किया जाए। मगर इस पर भारत में ध्यान दिया जाएगा, इसकी संभावना न्यूनतम है।