राज्य-शहर ई पेपर व्यूज़- विचार

भय के भरोसे बाइडेन

स्पष्ट है कि बाइडेन डॉनल्ड ट्रंप का भय दिखाने की रणनीति पर भरोसा करके मैदान में उतर रहे हैँ। चुनाव के लिए उनकी टीम की तरफ से जारी प्रचार सामग्री में मागा चरमपंथियोंसे देश को बचाने का संकल्प जताया गया है।

जो बाइडेन ने सचमुच दोबारा राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। अगर वे अगले साल के चुनाव में जीत गए, तो जब अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में वे दूसरा कार्यकाल शुरू करेंगे, तब उनकी उम्र 82 साल हो चुकी होगी। यह एक रिकॉर्ड होगा। अमेरिकी मीडिया के एक हिस्से में यह आम चर्चा है कि बाइडेन की यादाश्त कमजोर हो गई है और शारीरिक रूप से भी वे पूरी तरह फिट नहीं हैं। इसके बावजूद ऐसा लगता है कि डेमोक्रेटिक पार्टी ने उन पर ही दांव लगाने का फैसला किया है। बाइडेन की राह आसान बनाने के लिए डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी ने फैसला किया है कि इस बार पार्टी के अंदर उम्मीदवारी के दावेदारों के बीच बहस नहीं होगी। इससे डेमोक्रेटिक उम्मीदवारी पर दावा जता चुके दोनों नेता- रॉबर्ट केनेडी और मरियाना विलियम्सन नाराज हैं। विलियम्सन ने एक लंबे बयान में दावा किया है कि बाइडेन ने 2020 के चुनाव में किए अपने खास वादों को पूरा नहीं किया। इसलिए अब उन्हें जवाबदेही से बचाने के लिए पार्टी नेतृत्व ने बहस की स्थापित पंरपरा को खत्म किया है।

आलोचकों के मुताबिक बाइडेन के पास दिखाने के लिए कोई ठोस उपलब्धि नहीं है, हालांकि बाइडेन समर्थकों का दावा है कि इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण, स्वच्छ ऊर्जा और सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को खड़ा करने के क्षेत्र में बाइडेन प्रशासन ने उल्लेखनीय सफलताएं हासिल की हैँ। इसके बावजूद यह स्पष्ट है कि बाइडेन डॉनल्ड ट्रंप का भय दिखाने की रणनीति पर भरोसा करके मैदान में उतर रहे हैँ। 2024 के राष्ट्रपति चुनाव के लिए उनकी टीम की तरफ से जारी प्रचार सामग्री में ‘मागा (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) चरमपंथियों’ से देश को बचाने का संकल्प जताया गया है। इसमें चेतावनी दी गई है कि ‘मागा चरमपंथी’ अमेरिकी नागरिकों की बुनियादी स्वतंत्रताओं को छीनने पर आमादा हैं। मागा अमेरिका में एक शक्तिशाली आंदोलन बना हुआ है, जिसे पूर्व राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने शुरू किया था। ट्रंप की लोकप्रियता कायम है। इसलिए बाइडेन ने 2020 में सफल रही रणनीति को दोहराने का फैसला किया है। तब बाइडेन ने ट्रंप से मुक्ति दिलाने के नारे के साथ चुनाव लड़ा था और कामयाब रहे थे।

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *