गुवाहाटी। असम के दिमा हसाओ जिले के उमरांगसो इलाके में कोयला खदान (Coal Mine) में फंसे मजदूरों में से एक का शव पैरा गोताखोरों ने बरामद कर लिया है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को यह जानकारी दी। सीएम सरमा ने कहा, “21 पैरा गोताखोरों ने कुएं के तल से एक शव बरामद किया है। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं शोकाकुल परिवार के साथ हैं। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि बचाव अभियान जोरों पर है और सेना तथा एनडीआरएफ के जवान कुएं में उतर गए हैं। इस बीच, एसडीआरएफ के डी-वाटरिंग पंप उमरंगशु से घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। इसके अलावा, ओएनजीसी के डी-वाटरिंग पंप को कुंभीग्राम में एमआई-17 हेलीकॉप्टर पर लोड किया गया है, जिसे तैनाती के लिए मौसम संबंधी मंजूरी का इंतजार है। इससे पहले मुख्यमंत्री सरमा (Sarma) ने कहा कि जिस स्थान पर मजदूर फंस गए, वहां अवैध कोयला खनन किया जा रहा था और संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने अवैध कोयला खनन के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।
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मुख्यमंत्री ने एक एक्स पोस्ट में कहा पुलिस ने घटना की जांच के लिए खान एवं खनिज (विकास एवं विनियमन) अधिनियम, 1957 की धारा 21(1) के साथ धारा 3(5)/105 बीएनएस का हवाला देते हुए उमरंगसो पीएस केस संख्या: 02/2025 के तहत एफआईआर दर्ज की है। प्रथम दृष्टया, यह एक अवैध खदान प्रतीत होती है। मामले के सिलसिले में पुनीश नुनिसा नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। उमरंगसो इलाके में कोयले की खदान में फंसे कम से कम नौ मजदूरों (Laborers) की पहचान कर ली गई है। नौ मजदूरों में से एक नेपाल का नागरिक है, एक पश्चिम बंगाल का है और बाकी असम के अलग-अलग इलाकों से हैं। उनकी पहचान गंगा बहादुर श्रेठ, हुसैन अली, जाकिर हुसैन, सर्पा बर्मन, मुस्तफा शेख, खुशी मोहन राय, संजीत सरकार, लिजान मगर और शरत गोयरी के रूप में हुई है।