नई दिल्ली। लोकसभा की विशेषाधिकार समिति ने कांग्रेस सांसद और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी का निलंबन खत्म करने का फैसला किया है। विशेषाधिकार समिति की ओर से लोकसभा स्पीकर को इसकी सूचना दी जाएगी, जिसके बाद उनका निलंबन खत्म हो जाएगा। संसद के मानसून सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर की गई टिप्पणी की वजह से उनको निलंबित किया गया था।
विशेषाधिकार समिति ने अधीर रंजन चौधरी को 30 अगस्त को समिति के सामने पेश होकर अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया था। बताया गया है कि चौधरी ने विशेषाधिकार समिति के सामने पेश होकर माफी मांगी और कहा कि वे किसी की भावनाओं को आहत करना नहीं चाहते थे। इसके बाद अधीर रंजन चौधरी का निलंबन खत्म करने के लिए विशेषाधिकार समिति में आम सहमति से प्रस्ताव पास हुआ, जिसे स्पीकर के पास भेजा जाएगा और वे इस सिफारिश के आधार पर चौधरी की सदस्यता बहाल करेंगे।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिप्पणी को लेकर उन्हें 11 अगस्त को मानसून सत्र के आखिरी दिन लोकसभा से निलंबित किया गया था। इससे पहले 10 अगस्त को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अधीर रंजन चौधरी ने कहा था- जहां राजा अंधा बैठा रहता है, वहां द्रौपदी का चीरहरण होता है। चाहे हस्तिनापुर में हो या फिर मणिपुर में हो, हस्तिनापुर और मणिपुर में कोई फर्क नहीं है। हालांकि इस बयान को संसद की कार्यवाही से हटा दिया गया था। परंतु इस टिप्पणी पर अमित शाह ने आपत्ति जताई थी। इसके बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने सदन में निलंबन का प्रस्ताव पेश किया था, जिसे स्पीकर ने स्वीकार कर लिया था।