ढाका। बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन जारी है। कानून और पुलिस व्यवस्था चरमरा गयी है और प्रदर्शनकारी हसीना की पार्टी अवामी लीग से जुड़े लोगों, नेताओं को निशाना बना रहे हैं।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले दो दिनों में भीड़ ने लगभग 400 थानों पर हमले किए। कम से कम 50 पुलिसकर्मियों की हत्या की खबर है। अधिकांश पुलिसकर्मी सुरक्षित स्थानों पर शरण ले चुके है, जिसके कारण देश के कई थानों में पुलिसकर्मी नहीं है।
इस बीच, बंगलादेश में अंतरिम सरकार के नेतृत्वकर्ता नोबल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस ने संदेश में युवाओं से शांत रहने और निरर्थक हिंसा में शामिल नहीं होने को कहा है। उन्होंने ‘द्वितीय विजय दिवस’ को संभव बनाने के लिए छात्रों को बधाई भी दी। गुरूवार को मुहम्मद यूनुस की कमान में अंतरिम सरकार के काम संभालने का ऐलान हुआ है।
प्रदर्शनकारियों ने लालमोनिरहाट जिले में अवामी लीग के दो सांसदों और 100 से अधिक समर्थकों के घरों पर हमले किये। ‘ढाका ट्रिब्यून’ की रिपोर्ट के अनुसार पिछली सरकार के करीबी माने जाने वाले अधिकांश वरिष्ठ अधिकारी भूमिगत हो गये हैं।हसीना के निर्वासन का जश्न मनाने के लिए निकाले गये जुलूस के दौरान लालमोनिरहाट के सांसद और जिला अवामी लीग के अध्यक्ष मोताहर हुसैन और लालमोनिरहाट के सांसद एवं जिला अवामी लीग महासचिव मोतिहार रहमान सहित कई नेताओं के घरों पर भी तोड़फोड़ की गयी।
उधर पूर्व प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की अध्यक्षा खालिदा जिया ने बुधवार को ढ़ाका के नया पलटन इलाके में वीडियो लिंक के जरिये पार्टी रैली में भाषण दिया। 79 वर्षीय नेता ने प्रदर्शनकारी छात्रों और लोगों को धन्यवाद दिया और उनसे बदले की कार्रवाई से पीछे हटने का आग्रह किया।
बीएनपी महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने ‘द डेली स्टार’ को बताया, “उन्होंने सभी से धैर्य रखने और एकजुट होकर इस देश के पुनर्निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।” उन्होंने राजधानी के एवरकेयर अस्पताल में जिया से मुलाकात की, जो वहां अपना इलाज करा रही हैं। आलगमीर ने कहा, “मैंने उन्हें लंबे समय के बाद देखा। वह मानसिक रूप से स्वस्थ लग रही थीं, हालांकि, वह थोड़ी थकी हुई लग रही थीं।”
पूर्व विदेश मंत्री एवं अवामी लीग के संयुक्त महासचिव हसन महमूद को ढाका हवाई अड्डे पर हिरासत में लेने के बाद सेना को सौंप दिया गया। बिमान बांग्लादेश एयरलाइंस के एक अधिकारी ने बताया कि श्हसन को मंगलवार अपराह्न उस समय हिरासत में लिया गया, जब वह देश छोड़ने के लिए हवाई अड्डा पहुंचे थे। बाद में रात 20:30 बजे उन्हें सेना को सौंप दिया गया।
इस बीच, बांग्लादेश में अवामी लीग के समर्थक पत्रकार के रूप में जाने जाने वाले श्यामल दत्ता को परिवार के साथ देश छोड़ने से रोक दिया गया है। अखौरा सीमा चौकी पर बांग्लादेशी आव्रजन अधिकारियों ने पत्रकार श्यामल दत्ता को उनके परिवार के साथ वापस भेज दिया, क्योंकि उनके देश छोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।