बेंगलुरू। महात्मा गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के एक सौ साल पूरे होने के मौके पर 27 दिसंबर को कर्नाटक के बेलगावी में होने वाली रैली आखिरकार 21 जनवरी को हुई। इस रैली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा और आरएसएस पर जम कर हमला किया। उन्होनों दोनों के इतिहास की याद दिलाई और कहा कि आरएसएस ने आजादी के 52 साल बाद तक अपने मुख्यालय पर तिरंगा नहीं फहराया था। कांग्रेस की यह रैली 27 दिसंबर को होनी थी लेकिन डॉय मनमोहन सिंह के निधन की वजह से इसे टाल दिया गया था। मंगलवार की रैली में प्रियंका गांधी वाड्रा, सिद्धारमैया, डीके शिवकुमार आदि शामिल हुए।
बेलगावी में मंगलवार को हुई ‘जय भीम, जय बापू, जय संविधान रैली’ में खड़गे ने कहा, ‘भाजपा पिछले कई सालों से संविधान को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। अगर देश में संविधान नहीं होता तो देश में अराजकता होती। यही कारण है कि आजकल लोग गांधी को याद करते हैं। लोग उनके काम, उनके बलिदान और योगदान के लिए उनका सम्मान करते हैं’। उन्होंने भाजपा और आरएसएस पर हमला करते हुए कहा कि उनके पूर्वजों ने दिल्ली के रामलीला मैदान में महात्मा गांधी, बाबा साहेब अंबेडकर और जवाहरलाल नेहरू के पुतले जलाए थे। उन्होंने भाजपा और संघ से आजादी की लड़ाई में योगदान बताने को भी कहा।
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने अपने भाषण में कहा कि, ‘बाबासाहेब डॉ अंबेडकर जी को सम्मान देने के लिये कांग्रेस ने जो किया ऐसा शायद दूसरा कोई नहीं कर सकता था। मुंबई से संविधान सभा में लाने के लिए कांग्रेस ने अपने सदस्य एमआर जयकर का इस्तीफा कराया। गांधी जी ने ही संविधान सभा के ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष के लिए बाबासाहेब डॉ अंबेडकर जी के नाम का सुझाव दिया था। भारत सरकार में बाबासाहेब को देश का पहला कानून मंत्री बनाने में भी गांधीजी ने अपना समर्थन दिया था’।
खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर भी हमला किया। उन्होंने कहा, ‘गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में बाबा साहेब का अपमान करते हुए कहा, अगर इतना नाम भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग में जाते। हम सभी ने इस अपमान के विरोध में अमित शाह के खिलाफ धरना दिया और उनका इस्तीफा मांगा। हमारी आज भी वही मांग है कि अमित शाह को अपने पद से इस्तीफा देना होगा’। उन्होंने आगे कहा, “नरेंद्र मोदी ने कहा था कि महात्मा गांधी जी को दुनिया में ‘गांधी’ फिल्म आने के बाद पहचान मिली। ये बहुत शर्मनाक बयान है”।