मुंबई। चुनाव आयोग ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम हैक करने का दावा करने वाले सैयद शुजा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। साउथ मुंबई के साइबर पुलिस स्टेशन में शनिवार, 30 नवंबर को भारतीय न्याय संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में 20 नवंबर के मतदान से एक हफ्ते पहले 14 नवंबर को सैयद शुजा का एक वीडियो वायरल हुआ था। इसमें उसने दावा किया था कि वह महाराष्ट्र चुनावों में इस्तेमाल की जाने वाली ईवीएम को हैक कर सकता है। उसने नेताओं को ऑफर भी दिया था कि 53 करोड़ देने पर 63 सीटों की ईवीएम हैक कर देगा।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियां ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप लगा रही हैं। महा विकास अघाड़ी की पार्टियों ने 11 विधानसभा सीटों की 137 ईवीएम की जांच के आवेदन किया है और इसके लिए पैसा भी जमा कराया है। ईवीएम को चुनौती देने वालों में शरद पवार के पोते युगेंद्र पवार भी शामिल हैं, जो बारामती से अपने चाचा अजित पवार के खिलाफ चुनाव लड़े थे और एक लाख से ज्यादा वोट से हारे थे।
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बहरहाल, महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव अधिकारी ने ईवीएम हैक करने के शुजा के दावे का खारिज किया है। उन्होंने कहा है कि ईवीएम हैक करने के दावे बिल्कुल निराधार, झूठे और अप्रमाणित हैं। सैयद शुजा ने चुनाव के दौरान कुछ नेताओं से चुनाव जिताने के लिए संपर्क किया था। उनसे दावा किया था कि वह अमेरिकी रक्षा विभाग की तकनीक का इस्तेमाल करके ईवीएम हैक कर सकता है। इसके लिए वो पैसे लेगा। शुजा का कहना है कि वह अमेरिकी रक्षा विभाग में कॉन्ट्रैक्ट पर काम करता है। इससे पहले लंदन में 21 जनवरी 2019 को सैयद शुजा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी ऐसा दावा किया था। तब भी उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी लेकिन उसके बाद क्या हुआ यह जानकारी किसी को नहीं है।