नई दिल्ली। आतंकवादियों को फंडिंग करने के आरोप में गिरफ्तार और दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद इंजीनियर राशिद को चुनाव प्रचार के लिए जमानत मिल गई है। जम्मू कश्मीर की बारामूला सीट से निर्दलीय सांसद इंजीनियर राशिद को बड़ी राहत देते हुए दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट ने दो अक्टूबर तक के लिए अंतरिम जमानत दे दी। राशिद को ये जमानत जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए मिली है। वे एक अक्टूबर को होने वाले आखिरी चरण की वोटिंग तक चुनाव प्रचार करेंगे।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा के चुनाव हो रहे हैं। राज्य में तीन चरणों में 18 सितंबर, 25 सितंबर और एक अक्टूबर को वोटिंग होगी। इंजीनियर राशिद को 2016 में जम्मू कश्मीर में आतंकी फंडिंग के आरोप में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून यानी यूएपीए के तहत गिरफ्तार किया गया था। 2019 से वो तिहाड़ जेल में बंद है। राशिद का नाम कश्मीरी व्यवसायी जहूर वताली की जांच के दौरान सामने आया था, जिसे एनआईए ने घाटी में आतंकवादी समूहों और अलगाववादियों को कथित तौर पर फंडिंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
इंजीनियर राशिद ने जेल में रहते हुए इस बार का लोकसभा चुनाव लड़ा था। उन्होंने बारामूला सीट से जीत हासिल की थी। राशिद ने 2024 के लोकसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष सज्जाद लोन को हराया। इससे पहले 2008 और 2014 में इंजानियर राशिद ने लंगेट विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीते। इसके बाद उन्होंने जम्मू कश्मीर अवामी इत्तेहाद पार्टी की स्थापना की। इस बार राशिद की पार्टी अनेक सीटों पर चुनाव लड़ रही है। राज्य में भाजपा विरोधी पार्टियां आरोप लगा रही हैं कि राशिद को भाजपा मदद कर रही है और वे भाजपा के प्रॉक्सी के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं।