नई दिल्ली। यमुना के पानी को जहरीला बना कर दिल्ली में नरसंहार की साजिश रचने के अरविंद केजरीवाल के आरोप पर राजनीति तेज हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लेकर केजरीवाल और आप सरकार पर हमला किया। उन्होंने कहा, ‘हरियाणा का भेजा यही पानी दिल्ली में हमारे सारे जज, जस्टिस, सम्मानित सदस्य पीते हैं। आपका प्रधानमंत्री भी यही पानी पीता है। क्या कोई सोच सकता है कि मोदी को जहर देने के लिए हरियाणा ने जहर दिया होगा’। उन्होंने इस तरह के आरोप लगाने के लिए केजरीवाल की आलोचना की।
इसके बाद शाम को हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने हरियाणा और दिल्ली की सीमा पर पल्ला घाट पहुंच कर यमुना नदी का पानी पीकर दिखाया। उन्होंने कहा, ‘मैंने बेहिचक और बेझिझक पवित्र यमुना के जल का आचमन किया। आतिशी जी तो आईं नहीं। कोई नया झूठ रच रही होंगी। झूठ के पांव नहीं होते। इसलिए आपदा का झूठ चल नहीं पा रहा’। इससे पहले, बुधवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा था, ‘नायब सैनी जी, मुझे पता चला है कि आप यमुना नदी के पल्ला घाट जा रहे हैं। मेरा आग्रह है कि आप और मैं साथ चलते हैं, मीडिया को भी लेकर चलते हैं। सबके सामने अमोनिया की मात्रा को नापेंगे’। बाद में हरियाणा सरकार की ओर से कहा गया कि इस आरोप को लेकर केजरीवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
बहरहाल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को दिल्ली में चुनावी सभा को संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान शिक्षा घोटाला, शराब घोटाला और ‘शीशमहल’ का जिक्र किया। यमुना के पानी में जहर मिलाने के केजरीवाल के आरोपों पर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘दिल्ली के एक पूर्व सीएम ने हरियाणा के लोगों पर घिनौने आरोप लगाए। क्या हरियाणा के लोग अपने बच्चों के पानी में जहर मिला सकते हैं’? उन्होंने चुनाव सभा के दौरान कुंभ हादसे का भी जिक्र किया। मोदी ने कहा, ‘महाकुंभ में जो दुखद हादसा हुआ, उसमें हमने कुछ पुण्य आत्माओं को खोया है। उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं’।
मोदी ने अपने भाषण में दावा किया कि दिल्ली के लोग भाजपा की डबल इंजन की सरकार चाहते हैं। ऐसी सरकार चाहते हैं जो गरीबों के घर बनाए। दिल्ली को आधुनिक बनाए, हर घर नल से जल पहुंचाए, टैंकर माफिया से मुक्ति दिलाए। मोदी ने कहा, ‘दिल्ली कह रही है पांच फरवरी आएगी, भाजपा आएगी, आपदा जाएगी’। उन्होंने कांग्रेस को भी निशाना बनाया और कहा कि 21वीं सदी के पहले 25 साल इन दोनों पार्टियों ने दिल्ली के लोगों के लिए खराब किए हैं।