Delhi Election: राजधानी दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों के लिए एक चरण में पांच फरवरी को मतदान होगा।
चुनाव के नतीजे आठ फरवरी को आएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया।
पिछली बार यानी 2020 में विधानसभा का चुनाव आठ फरवरी को हुआ था और 11 फरवरी को नतीजे आए थे, जिसमें आम आदमी पार्टी ने 62 सीट के साथ शानदार जीत दर्ज की थी, जबकि भाजपा को सिर्फ आठ सीटें मिली थीं और कांग्रेस का लगातार दूसरी बार खाता नहीं खुला था।
बहरहाल, मुख्य चुनाव आयुक्त ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा करते की आचार संहिता लागू हो गई है। उन्होंने कहा कि 10 जनवरी से नामांकन शुरू होगा और 17 जनवरी तक चलेगा।
20 जनवरी तक नाम वापसी होगी। पांच फरवरी को दिल्ली के एक करोड़ 55 लाख मतदाता वोटिंग करेंगे। दिल्ली में करीब साढ़े 83 लाख पुरुष और 71 लाख महिलाएं मतदाता हैं।(Delhi Election)
मतदान के लिए 33 हजार बूथ बनाए गए हैं। चुनाव की घोषणा के बाद से 33 दिन में चुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
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दिल्ली के विधानसभा चुनाव में त्रिकोणात्मक मुकाबला है। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी का सीधा मुकाबला मुख्य विपक्षी भाजपा के साथ है। परंतु इस बार कांग्रेस ने भी पूरा जोर लगाया है।
आम आदमी पार्टी ने सभी 70 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। कांग्रेस के भी 48 उम्मीदवार घोषित हो गए हैं। भाजपा इस मामले में सबसे पीछे है। उसने अभी तक उम्मीदवारों की एक सूची जारी की है, जिसमें 29 नाम हैं।
मंगलवार को करीब डेढ़ घंटे की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार सिर्फ 10 मिनट दिल्ली चुनाव पर बोले।
एक घंटे से ज्यादा समय तक उन्होंने ईवीएम, मतदाता सूची में गड़बड़ी और खास वर्ग के वोटर्स का नाम हटाने जैसे विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया।
बहरहाल, विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को खत्म हो रहा है। इसके अलावा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 18 फरवरी को रिटायर हो रहे हैं।
गौरतलब है कि 2020 के विधानसभा चुनावों की घोषणा छह जनवरी को हुई थी। विधानसभा की सभी 70 सीटों पर आठ फरवरी मतदान हुआ था और 11 फरवरी को नतीजे घोषित हुए थे।
2020 में आम आदमी पार्टी को 53.57 फीसदी वोट के साथ 62 सीटें मिली थीं, जबकि भाजपा को 38.51 फीसदी वोट के साथ आठ सीटों पर जीती थी। कांग्रेस को सिर्फ 4.26 फीसदी वोट मिले थे और उसका खाता नहीं खुल सका था।