मुंबई। महाराष्ट्र में पिछले 11 दिन से चल रहा सस्पेंस समाप्त हो गया है। गुरुवार को नई सरकार शपथ लेने जा रही है, जिसके मुखिया Devendra Fadnavis होंगे। वे तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इससे पहले बुधवार की सुबह महाराष्ट्र विधान भवन में भाजपा विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें फड़नवीस को नेता चुना गया। दो केंद्रीय पर्यवेक्षकों, निर्मला सीतारमण और विजय रूपानी की मौजूदगी में भाजपा के विधायकों ने आम राय से फड़नवीस को नेता चुना। गौरतलब है कि 23 नवंबर वोटों की गिनती हुई थी, जिसमें भाजपा, एकनाथ शिंदे की शिव सेना और अजित पवार की एनसीपी को 288 सदस्यों की विधानसभा में 230 सीटों का बहुमत मिला। भाजपा ने अकेले 132 सीटें जीतीं।
बहरहाल, देवेंद्र फड़नवीस के विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद महायुति के नेताओं की बैठक हुई। इसके बाद फड़नवीस ने शिव सेना नेता व कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता अजित पवार के साथ राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिल कर उनके सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस दौरान भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षक निर्मला सीतारमण और विजय रूपानी भी मौजूद थे।
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देवेंद्र फड़नवीस का नाम पहले से मुख्यमंत्री पद के लिए तय था लेकिन बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे को मनाने के लिए भाजपा ने इतंजार किया। तभी खबर है कि बुधवार को नेता चुने जाने और राजभवन से सरकार बनाने का न्योता मिलने से पहले ही शपथ समारोह के निमंत्रण पत्र छप गए थे, जिसमें लिखा हुआ था कि फड़नवीस मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक गुरुवार, पांच दिसंबर को शाम साढ़े पांच बजे मुंबई के आजाद मैदान में देवेंद्र फड़नवीस मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी मंत्रिपरिषद के सदस्यों के साथ कई राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री भी समारोह में शामिल होंगे।
बहरहाल, बुधवार को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से मिल कर सरकार बनाने का दावा करने के बाद देवेंद्र फड़नवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने एक साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें सरकार गठन के बारे में जानकारी दी गई। बताया जा रहा है कि शिव सेना और एनसीपी से एक एक उप मुख्यमंत्री बनाने पर सहमति बनी है। इसके अलावा जानकार सूत्रों का कहना है कि कुल 31 मंत्री गुरुवार को शपथ ले सकते हैं। इनमें सबसे ज्यादा 19 नेता भाजपा के होंगे। बताया जा रहा है कि एकनाथ शिंदे के कुछ कम मंत्री शपथ लेंगे। उनके बाकी मंत्री बाद में शपथ लेंगे। हालांकि पहले कहा जा रहा था कि गुरुवार को सिर्फ मुख्यमंत्री और दो उप मुख्यमंत्री ही शपथ लेंगे।