रायपुर। छत्तीसगढ़ में नक्सली संगठनों के खिलाफ चल रही सुरक्षा बलों की धुआंधार कार्रवाई से घबराए नक्सली संगठनों ने जवानों पर एक बड़ा हमला किया है। अबूझमाड़ के जंगलों में सोमवार को नक्सलियों के खिलाफ इस साल के पहले ऑपरेशन से लौट रहे जवानों की एक गाड़ी को बीजापुर में विस्फोट करके उड़ा दिया। हमले में दंतेवाड़ा डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड यानी डीआरजी के आठ जवान शहीद हो गए। एक ड्राइवर की भी मौत हुई है।
बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि बीजापुर से संयुक्त ऑपरेशन पार्टी नक्सलियों के खिलाफ अभियान पूरा कर वापस लौट रही थी। सोमवार दोपहर करीब सवा दो बजे बीजापुर मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर अंबेली गांव के पास नक्सलियों ने आईईडी से विस्फोट कर दिया। धमाका इतना जोरदार था कि सड़क पर करीब 10 फीट गहरा गड्ढा हो गया और गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। गाड़ी के कुछ पुर्जे सड़क से 30 फीट दूर एक पेड़ पर 25 फीट की ऊंचाई पर मिले।
सोमवार को हुए इस भीषण नक्सली हमले के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, ‘आज आईईडी विस्फोट में हमारे आठ जवान और एक ड्राइवर शहीद हुए हैं। मैं उनकी शहादत को नमन करता हूं, उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि देता हूं। उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी’। उन्होंने कहा, ‘जिस तरह से लगातार नक्सलियों को परास्त किया जा रहा है, उससे वे हताश हैं और ऐसी कायराना हरकतें कर रहे हैं। जल्द छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का खात्मा होगा और यहां शांति बहाल होगी’।
गौरतलब है कि पिछले दिनों केंद्रीय गृह मंत्री बस्तर ओलंपिक से जुड़े आयोजन के समापन समारोह में पहुंचे थे और उन्होंने जल्दी ही छत्तीसगढ़ के नक्सल मुक्त होने की बात कही थी। बहरहाल, इस हमले से दो दिन पहले शनिवार की रात को अबूझमाड़ के जंगल में मुठभेड़ में एक डीआरजी जवान प्रधान आरक्षक सन्नू कारम शहीद हुए थे। वहीं, जवानों ने एक महिला नक्सली समेत पांच माओवादियों को भी मार गिराया था।